विराट-रोहित का ग्रेड A+ में बने रहना तय या खतरे में? जानें पूरी लिस्ट का हाल

BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर एक बड़ी अपडेट दी है, जिसमें कई नए खिलाड़ियों की एंट्री हुई है और कुछ पुराने खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है। इस नई लिस्ट ने सोशल मीडिया और क्रिकेट फैंस के बीच एक नई बहस छेड़ दी है कि आखिर किन खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट मिला और कौन इस बार बाहर रह गया।
अगर मौजूदा ग्रेड की बात करें तो ग्रेड A+ में चार खिलाड़ी शामिल हैं—रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा। ये सभी खिलाड़ी लंबे समय से भारतीय टीम की रीढ़ रहे हैं और तीनों फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, हालांकि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अब टी20 से रिटायरमेंट ले लिया है, जिससे उनके ग्रेड A+ में बने रहने पर सवाल उठ रहा है।
ग्रेड A में इस समय छह खिलाड़ी शामिल हैं—आर अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या। इन सभी खिलाड़ियों ने पिछले एक साल में भारत के लिए काफी अहम मुकाबले खेले हैं और लगातार टीम का हिस्सा रहे हैं। हार्दिक पांड्या हालांकि चोट के चलते कुछ समय टीम से बाहर रहे, लेकिन उनके आईपीएल प्रदर्शन और वापसी के बाद उम्मीद की जा रही है कि वो ग्रेड A में बने रहेंगे।
ग्रेड B में पांच खिलाड़ी हैं—सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल। पंत की वापसी के बाद उन्हें इस ग्रेड में बनाए रखा गया है। वहीं यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन पिछले कुछ महीनों में बेहद शानदार रहा है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। कुलदीप और अक्षर ने स्पिन अटैक में निरंतरता दिखाई है, जिससे उनका ग्रेड B में रहना तय माना जा रहा है।
अब बात करते हैं ग्रेड C की, जहां सबसे ज्यादा बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस ग्रेड में फिलहाल 15 खिलाड़ी शामिल हैं—रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, केएस भरत, प्रसिद्ध कृष्णा और आवेश खान। लेकिन इनमें से कई खिलाड़ियों को बाहर किए जाने की संभावना है, क्योंकि पिछले एक साल में उन्होंने भारतीय टीम के लिए जरूरी संख्या में मैच नहीं खेले हैं।
BCCI के नियमों के अनुसार, जो खिलाड़ी पिछले 12 महीनों में कम से कम तीन टेस्ट, आठ वनडे या दस टी20 मुकाबले खेले हों, वही सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लिए योग्य माने जाते हैं। इसी कारणवश जितेश शर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, आवेश खान और केएस भरत जैसे खिलाड़ियों की छुट्टी तय मानी जा रही है। ये खिलाड़ी ना सिर्फ भारतीय टीम से दूर रहे, बल्कि घरेलू क्रिकेट में भी ज्यादा प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए।
अब बात करते हैं उन नए चेहरों की जो पहली बार BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल हो सकते हैं। इनमें अभिषेक शर्मा, नितीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती जैसे नाम शामिल हैं। इन सभी ने हाल के टी20 और घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। खासतौर पर अभिषेक शर्मा ने लगातार दो-तीन सीरीज में टीम इंडिया के लिए अच्छा खेल दिखाया है और आईपीएल में भी उनका फॉर्म जबरदस्त रहा है। नितीश रेड्डी ने भी हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
एक नाम जो हर जगह चर्चा में है, वो है श्रेयस अय्यर। पिछले एक साल में उन्होंने जबरदस्त वापसी की है, चाहे वो घरेलू क्रिकेट हो, आईपीएल हो या फिर इंडिया की टीम में मिले मौके। लेकिन उनका नाम पिछले कॉन्ट्रैक्ट से गायब था, क्योंकि उन पर डिसिप्लिन से जुड़े कुछ सवाल उठे थे। अब उम्मीद की जा रही है कि उन्हें सीधे ग्रेड A में शामिल किया जा सकता है।
दूसरी ओर, ईशान किशन को लेकर फैंस के बीच निराशा जरूर रहेगी। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे ईशान को इस बार भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिलने वाला है। न ही उन्होंने पिछले एक साल में कोई इंटरनेशनल मैच खेला है और न ही चयनकर्ताओं की योजना में नजर आ रहे हैं। अगर वो लगातार इंटरनेशनल मुकाबले खेलते हैं और अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो भविष्य में उनके लिए रास्ता खुल सकता है।
अब अगर सैलरी की बात करें, तो ग्रेड A+ के खिलाड़ियों को सालाना ₹7 करोड़ मिलते हैं। ग्रेड A वाले खिलाड़ियों को ₹5 करोड़, ग्रेड B में आने वालों को ₹3 करोड़ और ग्रेड C में शामिल खिलाड़ियों को ₹1 करोड़ की सालाना राशि मिलती है। इसके अलावा उन्हें मैच फीस और बोनस भी अलग से मिलते हैं।
ग्रेड A+ में शामिल होने के लिए जरूरी है कि खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट—टेस्ट, वनडे और टी20—में नियमित रूप से खेल रहा हो। लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ने अब टी20 से संन्यास ले लिया है, जिससे इनका ग्रेड A+ में बने रहना थोड़ा मुश्किल लग रहा है। साथ ही, रोहित के टेस्ट से भी हटने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि BCCI की नई लिस्ट में कौन से खिलाड़ी किस ग्रेड में जाते हैं। क्या पुराने दिग्गज अपनी जगह बनाए रखेंगे या नए सितारों को तरजीह दी जाएगी? श्रेयस अय्यर को मिलेगा ग्रेड A या B? अभिषेक शर्मा की एंट्री तय मानी जा रही है, लेकिन क्या वो सीधे ग्रेड B तक पहुंच पाएंगे? और क्या ईशान किशन की वापसी की कोई उम्मीद बचेगी?
BCCI के इस कदम से साफ है कि अब परफॉर्मेंस ही सब कुछ है। जो खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें इनाम मिल रहा है, और जो टीम से बाहर हैं, उनके लिए दरवाजे बंद होते जा रहे हैं। यह चयन प्रणाली क्रिकेट के पेशेवर ढांचे को और भी मजबूत बनाती है और खिलाड़ियों को प्रेरित करती है कि वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करें।