Zila Panchayat Adhyaksh Chunav: सिद्धार्थनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिये जारी है सियासी घमासान
Zila Panchayat Siddharthnagar : सिद्धार्थनगर: समीकरण साधने में जुटी भाजपा

सिद्धार्थनगर. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए घमासान मचा हुआ है. आरोप-प्रत्यारोप खरीद-फरोख्त की परंपरा एक बार फिर शुरू हो चुकी है. 45 जिला पंचायत सदस्यों वाले जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने के लिए जोर आजमाइश शुरू हो गई है. यहां जिला पंचायत की कुर्सी तक पहुंचने के लिए भाजपा और सपा दोनों के पास जादुई आंकड़े की संख्या नहीं है जिसके बूते अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया जा सके. सपा के पास 16 जिला पंचायत सदस्य हैं ,वहीं भाजपा के पास 9 जिला पंचायत सदस्य हैं. जबकि जीत के लिए 24 जिला पंचायत सदस्यों की आवश्यकता है. ऐसे में दोनों पार्टियां सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए जोड़ तोड़ करने में लगी है. सपा का आरोप है कि यहां प्रशासन भाजपा के पक्ष में वातावरण बनाने में लगा है. सपा के जीते जिला पंचायत सदस्यों का अकारण उत्पीड़न किया जा रहा है ताकि दबाव बनाया जा सके.
बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए 26 जून को नामांकन और इसी दिन नामांकन पत्रों की जांच भी होगी जबकि नाम वापसी 29 जून और मतगणना 3 जुलाई को संपन्न होनी है. लेकिन जिले का राजनैतिक तापमान अभी से गर्म होना शुरु हो गया है. समाजवादी पार्टी ने सपा नेता चिंकू यादव की पत्नी एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूजा यादव पर एक बार फिर भरोसा जताया वार्ड नंबर 17 से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने वाली पूजा यादव 2010 में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. जिला पंचायत में पूजा यादव के पति चिंकू यादव के दबदबे का ही कमाल रहा की पत्नी पूजा यादव के कार्यकाल के बाद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई सीट पर अपने करीबी गरीब दास को जिला पंचायत अध्यक्ष बना दिया. जिला पंचायत में गरीबदास का कार्यकाल सर्वाधिक विवादित रहा है. भाजपा ने वार्ड नंबर 32 से निर्विरोध निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य शीतल सिंह पर दांव लगाया है.
जिला अध्यक्ष गोविंद माधव ने अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रूप में शीतल सिंह का नाम घोषित करते हुए दावा किया कि प्रदेश में एकमात्र निर्विरोध चुनी गई जिला पंचायत सदस्य की लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा ने उन्हे अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है. जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए राजनीतिक धुरंधरों के बीच अपनी-अपनी पत्नियों को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने के लिए जनपद में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है. चुनावी समर में पहली बार कदम रखने वाली शीतल सिंह के लिए उनके पति उपेंद्र सिंह जिला पंचायत सदस्य पद के लिए निर्विरोध निर्वाचन करा कर अपनी रणनीति का लोहा मनवा चुके हैं. लोगों का कहना है जिला पंचायत सदस्य के लिए वार्ड नंबर 32 से जब विपक्षी दलों को प्रयास करना चाहिए था तब विभिन्न दलों से समर्थित प्रत्याशियों ने अपने पर्चे ही वापस ले लिए. अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कहां तक सफल होगी, यह आने वाला समय बताएगा, लेकिन इतना तो तय है कि बिना जोड़-तोड़ और खरीद-फरोख्त के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचना आसान नहीं है.