Chandrayaan 2 : इसरो ने देश को कहा ‘Thanks’
इसरो ने चन्द्रयान -2 लैंडर के चंद्र सतह पर उतरने के दौरान संपर्क टूटने के बाद से एजेंसी को सभी तरह के समर्थन के लिए धन्यवाद किया है.
एक ट्वीट में इसरो ने कहा कि ‘हमारे साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद. हम दुनिया भर में भारतीयों की आशाओं और सपनों से प्रेरित होकर आगे बढ़ते रहेंगे.
10 दिन बाद आया इसरो का ट्वीट
यह ट्वीट चंद्रमा पर उतरने के प्रयास के दौरान विक्रम लैंडर (Vikram Lander) से संपर्क खो जाने के 10 दिन बाद आया है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने से पहले विक्रम के साथ संपर्क खो गया था.
इसरो, साथ ही साथ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन, चंद्रयान -2 लैंडर के साथ संपर्क को फिर से स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
नासा द्वारा संचालित एक मून ऑर्बिटर मंगलवार को विक्रम की लैंडिंग साइट पर उड़ान भरने और लैंडर की तस्वीरें लेने वाला था. हालांकि अभी तक इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है.

इसरो की मदद में NASA
LRO चंद्रमा (Moon) की परिक्रमा करने वाला एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान है. यह चंद्रमा की सतह का अध्ययन करता है, तस्वीरें क्लिक करता है और डेटा एकत्र करता है जो चंद्रमा पर पानी की बर्फ और अन्य संसाधनों की उपस्थिति और संभावना का पता लगाने में मदद करता है. साथ ही साथ भविष्य के मिशन की योजना भी बनाता है.
चंद्रयान -2 ऑर्बिटर (Chandrayaan 2 orbitor)ने चंद्रमा पर लैंडर की थर्मल इमेज क्लिक की है. हालांकि इसरो ने अभी तक इसकी स्थिति का कोई विवरण नहीं दिया है.
पूर्व वैज्ञानिकों ने तर्क दिया है कि चंद्रमा की सतह पर एक कठिन लैंडिंग ने इसरो के विक्रम लैंडर पर संचार प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया होगा.
चंद्रयान -2 ऑर्बिटर, जिसमें मिशन के अधिकांश प्रयोग शामिल हैं, चंद्रमा के चारों ओर कक्षा में सुरक्षित है और अगले सात वर्षों तक चालू रहेगा.
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