पुण्य तिथि पर याद किये गये स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. राम उजागर शर्मा

बस्ती (Basti News) । स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष पं. राम उजागर शर्मा को उनके 46 वें पुण्य तिथि पर ओरीजोत शर्मा कालोनी में याद किया गया। मुख्य अतिथि हरिशंकर सफरीवाला ने कहा कि देश को आजाद कराने के लिये पं. रामउजागर का बडा योगदान है। वे वाराणसी सेन्ट्रल जेल, इलाहाबाद और बस्ती के कारागार में 8 वर्षों तक बंद रहे। इलाहाबाद जेल में उनकी मुलाकात प्रसिद्ध कवि मैथिलीशरण गुप्त से हुई और उनकी प्रेरणा से विद्रोही उप नाम से वे क्रान्तिकारी कवितायें लिखकर अंग्रेजी हुकूूमत के खिलाफ बिगुल बजाते थे। ऐसे महान महापुरूषों को बार-बार याद करने की जरूरत है जिन्होने देश की आजादी के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
पं. चन्द्रबली मिश्र ने कहा कि उनके उपन्यास परिवर्तन और जागृति को इतनी लोकप्रियता मिली की अंग्रेजों ने परिवर्तन को जप्त कर लिया। पूर्व प्रधानाचार्य डा. कमलेश पाण्डेय, पं. कमलापति पाण्डेय, मो. वसीम अंसारी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम उजागर के विभिन्न सन्दर्भों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि उन्होने जवाहरलाल कृषक इण्टर कालेज गौसपुर की स्थापना कर शिक्षा की अलख जगाने के साथ ही समाजवादी भारत और संग्राम समाचार पत्रांे का सम्पादन किया।
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आयोजक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम उजागर के पुत्र श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि चरी बजरी घोटाला काण्ड के समाचार प्रकाशन के कारण उनकी हत्या कर दी गई। उनका जीवन संघर्ष सदैव प्रेरणा देता रहेगा।