यह संसार तो आवागमन का है ही किन्तु जो लोग दूसरों केे हित रक्षा के लिये अपना जीवन जीते हैं उन्हें स्मरण रखा जाता है। अधिवक्ता, विधायक से विदेश मंत्री तक का सफर तंय करने वाली सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन ने सबको चौका दिया है। वे देश के ऐसे महिलाओं में थी जिन्होने अपनी योग्यता, दक्षता और कार्य शैली से विदेशों में भी जगह बनाई। विदेश मंत्री के रूप में उन्होने बीमारी के दौरान भी ट्विटर पर अनेक मामलों का समाधान कराया। आज उनका पार्थिव शरीर हमारे बीच नही है किन्तु उनके सत्कर्म याद रखें जायेंगे