बौखलाहट में पाकिस्तान

पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत की संसद में लिये गये फैसलों पर इतना बेचैन है कि उसने व्यापार पर प्रतिबंध के साथ ही समझौता एक्सप्रेस तक को रोकने का निर्णय ले लिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को बेहतर ढंग से यह बात समझ लेनी चाहिये कि भारत ने अपने सरहद के क्षेत्र में नये कानून बनायें हैं और इसके लिये उसे पाकिस्तान से प्रमाण-पत्र लेने की आवश्यकता नही है। जहां तक व्यापार और समझौता एक्सप्रेस रोक देने की बात है तो इससे जितना प्रभावित भारत होगा उससे कम परेशानी पाकिस्तान की अवाम को नहीं होगी। आज नहीं तो कल उसे अपने निर्णय वापस लेने ही हांेंगे। अच्छा हो कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य हुक्मरान इस बात पर भी नजर डालें कि उनके फैसलों को पाक की जनता किस नजरिये से देख रही है। पाक की बौखलाहट समझ से परे हैं। अच्छा हो कि पाक के हुक्मरान बदलती परिस्थितियों को समझें और उस अनुरूप संयत निर्णय लें, क्रोध में लिये गयें फैसलों के कभी बेहतर परिणाम नहीं आते।