कमजोर इम्यून सिस्टम को पहचाने और बढ़ाएं एक्यूप्रेशर के रंग चिकित्सा से - डॉ अर्चना
इन लक्षणों का समय रहते एक्यूप्रेशर उपचार करना चाहिए
विश्व संवाद परिषद योग और प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्षा प्रोफेसर डॉक्टर अर्चना दुबे ने बताया कि यदि हमें किसी भी वायरल बैक्टीरियल, पैरासाइट या अन्य किसी बीमारी से लड़ना हो तो हमारे रोग से लड़ने की क्षमता यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्यून सिस्टम को मजबूत करना होगा.यदि आप आए दिन बीमार हो जाते हैं, लगातार सर्दी- जुकाम से परेशान रहते हैं, कुछ भी खाते या पीते ही इंफेक्शन हो जाता है, विटामिन सी एवं विटामिन डी की शरीर में कमी है, लंबे समय से किसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं,आंखों के नीचे कालापन है, सुबह उठकर तरोताजा महसूस नहीं होता, पूरे दिन एनर्जी का लेवल कम रहता है, चिड़चिड़ा हट व तनाव महसूस होता है, हर समय शरीर थका -थका लगता है, पेट में कब्ज की शिकायत रहती है, किसी भी चीज में ध्यान नहीं लगा पाते हैं तो यह सारे संकेत कमजोर इम्यून सिस्टम की निशानियां है.
एक्यूप्रेशर एक ऐसी प्राकृतिक एवं वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है जिसे भारतीय धर्म में हजारों वर्षों से अपनाकर प्राकृतिक तरीके से अपने आप को स्वस्थ रखा जाता था जिसके प्रमाण हमारे आयुर्वेद, शास्त्रों, वेदो, उपनिषदों,रामायण आदि अनेकों धर्म ग्रंथों में बताया गया है.एक्यूप्रेशर विधा में इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए चित्र में बताए अनुसार बिंदु पर रोग से ठीक होने तक प्रतिदिन 12 से 14 घंटे तक लाल रंग के स्केच पेन का प्रयोग किया जाता है .
इसके साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर अपने आप को चुस्त-दुरुस्त एवं निरोग बनाए रखने के लिए निम्नलिखित बातों पर भी अमल करना चाहिए-
-अपने दिनचर्या को नियमित करें जिसमें सुबह समय पर जागना, रात में बिस्तर पर जाना, समय पर नाश्ता, लंच और डिनर लेना, काम के बीच में भी हल्का ब्रेक लेते रहना तथा शारीरिक रूप से एक्टिव रहना हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है.
-नियमित रूप से व्यायाम करें.आज के समय में ज्यादातर लोग एक ही जगह बैठकर अपने सारे काम करते हैं जिसकी वजह से उनके शारीरिक गतिविधियां ना के बराबर होती है जबकि स्वस्थ रहने व इम्यून सिस्टम मजबूत रखने के लिए शारीरिक गतिविधि का होना बहुत जरूरी है, इसलिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट से एक घंटा तक योग या व्यायाम करने की आदत डालें .
इसके अलावा वॉकिंग, जोगिंग, स्विमिंग, आसन, प्राणायाम आदि भी कर सकते हैं.इससे भी हमारी चुस्ती और फुर्ती वापस आती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
-भरपूर नींद लेना चाहिए.इससे इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखने में आसानी होती है.रात में देर तक जागने से इम्यून सिस्टम पर बहुत बुरा असर पड़ता है, अतः रात में जल्दी बिस्तर पर जाने की आदत डालें.भरपूर नींद लेने से इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहता है, इसलिए हमें कम से कम 7 से 8 घंटे प्रतिदिन रात में जरूर सोना चाहिए.
*नशीले पदार्थ हमारे इम्यून सिस्टम को समय से पहले कमजोर कर देते हैं, इसलिए हमें तंबाकू, गुटखा, शराब, सिगरेट आदि नशीले पदार्थों से दूर रहने के साथ ही बहुत अधिक मात्रा में चाय, कॉफी आदि के सेवन से भी बचना चाहिए.
-अच्छी सेहत के लिए संतुलित आहार अत्यंत आवश्यक है; अतः ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर में पौष्टिक पदार्थों को शामिल करें.- फल, सब्जियां, सलाद, सूप, जूस, अंकुरित अनाज, दूध, ड्राई फ्रूट्स आदि को अपने आहार में जरूर शामिल करें क्योंकि यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत रखते हैं.इसके साथ ही खट्टे फल-संतरा, नींबू, आदि दही, लहसुन, हल्दी, अदरक आदि का भी भरपूर मात्रा में आदि का भी सेवन करें.
- इसके साथ ही फास्ट फूड, जंक फूड, पैक्ड फूड, तली - भुनी तथा मसालेदार पदार्थों से दूरी बनाए क्योंकि यह हमारी सेहत को नुकसान के साथ ही हमारे इम्यून सिस्टम को भी समय से पहले कमज़ोर बना देते हैं.
-भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करते रहे.शरीर में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ रहने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है.और हम स्वस्थ रहते हैं. -विटामिन डी शरीर के लिए एक ऐसी जरूरी चीज है जिसकी कमी से इम्यून सिस्टम पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और यह विटामिन डी हमें सुबह - सुबह की सूर्य की रोशनी में मुफ्त में मिलती है, अतः सुबह उठकर सूर्य की रोशनी में कम से कम 15 से 20 मिनट तक बैठना चाहिए.
इस प्रकार,उपरोक्त बिंदु पर उपचार देकर तथा अपनी दिनचर्या को संभाल कर अपने इम्यून सिस्टम को न केवल मजबूत कर सकते हैं बल्कि शरीर में होने वाले किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया बैक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन से भी अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं.