TSCT की नई पहल: सिर्फ 5 रुपये में शिक्षक बेटियों की शादी के लिए पाएंगे 5 लाख रुपये की मदद!
TSCT Scheme: 5 रुपये में मिलेगी 5 लाख की शादी सहायता!
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कोरोना महामारी के दौरान परिषदीय शिक्षकों के समर्थन के लिए बनाई गई टीचर सेल्फ केयर टीम (TSCT ) अब एक नई पहल कर रही है। इस संगठन ने, जो चार लाख से ज्यादा शिक्षक सदस्यों का हिस्सा है, शिक्षकों की बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता देने के लिए कन्यादान योजना शुरू की है।
इस अनोखी पहल के तहत, केवल पांच रुपये के सहयोग से जरूरतमंद शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी। यह योजना पूरी तरह स्वैच्छिक है और इसका उद्देश्य शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है। इसके अलावा, टीएससीटी पहले से ही 15 रुपये के योगदान से अपने सदस्य शिक्षकों के निधन पर उनके परिवारों को 50 लाख रुपये की मदद दे रहा है।
टीएससीटी संगठन अब एक और नई पहल लेकर आया है, जिसमें शिक्षक अपनी बेटी की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत, जो शिक्षक दो साल तक नियमित सदस्य बने रहे हैं, वे एक जुलाई से अपनी जिला टीम के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। टीएससीटी के संस्थापक विवेकानंद के अनुसार, हर सदस्य से पांच रुपये की छोटी सी सहायता ली जाएगी। अगर तीन लाख शिक्षक सहयोग करते हैं, तो तीन बेटियों की शादी के लिए पांच-पांच लाख रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।
कोई शुल्क नहीं, सिर्फ पंजीकरण आवश्यक
विवेकानंद ने बताया कि इस योजना का लाभ सिर्फ वैध सदस्य ही उठा सकते हैं। इसमें शिक्षक की एक बेटी के विवाह के लिए मदद दी जाएगी, और यह सहयोग गोद ली हुई या कानूनी रूप से अपनाई गई बेटी के लिए भी मिलेगा। 55 साल तक के शिक्षक सेवानिवृत्ति तक इसका लाभ उठा सकेंगे। इस योजना के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है, बस वेबसाइट पर पंजीकरण करना होता है।
तीन महीने पहले आवेदन जरूरी
टीएससीटी के संस्थापक ने बताया कि अब तक संगठन में चार लाख शिक्षक जुड़े हैं। कन्यादान योजना के लिए आवेदन बेटी की शादी के तीन महीने पहले करना अनिवार्य होगा। आवेदन के बाद जिला टीम से आवश्यक जांच की जाएगी। इस योजना का लाभ नियमित शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और अनुचर सभी ले सकते हैं। आवेदन के बाद, शिक्षक की जानकारी मिलाकर और आधार कार्ड की पुष्टि के बाद ही योजना का लाभ मिलेगा।
शिक्षकों के निधन पर 148 करोड़ का सहयोग
टीएससीटी के जिला संयोजक अवधेश कुमार ने बताया कि इस संगठन की स्थापना कोरोना के दौरान जुलाई 2020 में हुई थी। तब से अब तक शिक्षकों के निधन पर उनके परिवारों को 50 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग दिया गया है। इस योजना से अब तक 350 से ज्यादा शिक्षकों के परिवारों को 148 करोड़ रुपये का सहयोग मिला है। संगठन की वेबसाइट पर इस योजना की पूरी जानकारी उपलब्ध है।
बीमारी में भी मिलेगा सहयोग
अवधेश कुमार ने बताया कि एक मई 2025 से गंभीर बीमारी के शिकार शिक्षक के लिए भी सहायता योजना शुरू की जाएगी। अगर शिक्षक को गंभीर बीमारी हो और इलाज में काफी खर्च हो, तो उसे 50 हजार से पांच लाख रुपये तक की मदद दी जाएगी। यह योजना भी जल्द लागू होगी।