बिहार में 18 करोड़ का नया बाईपास: सड़क निर्माण विभाग ने सर्वे पूरा किया, भूमि अधिग्रहण अब शुरू
चार किलोमीटर का नया रास्ता
धनसोईं बाईपास के निर्माण प्रस्ताव को लगभग हरी झंडी मिल चुकी है. करीब 4 किलोमीटर लंबे बाईपास के लिए टेंडर की प्रक्रिया अंतिम दौर में है और इस पूरी परियोजना पर लगभग 18 करोड़ रुपये खर्च आएगा.
यह बाईपास धनसोईं बाजार के ठीक बाहर, पूर्वी दिशा से होकर निकलेगा और बक्सर–दिनारा मुख्य मार्ग का नया और तेज़ विकल्प बनेगा. इससे बाजार के भीतर से निकलने वाली वाहनों की लंबी लाइनें खत्म होंगी और यात्रा समय में भी बड़ी कमी आएगी.
धनसोईं बाईपास अब रोहतास और बक्सर के ग्रामीण इलाकों के बीच की दूरी कम करने वाला प्रमुख रास्ता बनेगा. इससे यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित सफर मिलेगा, किसानों को सामान लाने–ले जाने में आसानी होगी और व्यापारिक बाजारों में नई जान आने की संभावना बढ़ जाएगी.
धनसोईं बाईपास पूरा होने के बाद बाजार की रोज़ की जाम समस्या लगभग खत्म हो जाएगी. बक्सर से दिनारा और रोहतास की ओर जाने वाला सफर न केवल छोटा होगा बल्कि पहले से कहीं ज्यादा सुगम भी हो जाएगा. स्थानीय व्यापार, यात्रा और ग्रामीण संपर्क—तीनों में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा.
किसानों और स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील
प्रशासन ने स्थानीय भूमि मालिकों से बातचीत की प्रक्रिया तेज़ कर दी है. संजय कुमार ने कहा कि बाईपास बनने से पूरा क्षेत्र लाभान्वित होगा, इसलिए लोगों को सहयोग करना चाहिए. विभाग की कोशिश है कि अधिग्रहण के दौरान किसी को कोई असुविधा न हो और सभी को इसके महत्व और फायदे समझाए जाएं.
सर्वे पूरा, अब ज़मीन अधिग्रहण की बारी
सड़क निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है. शुरुआती सर्वे का काम पूरा हो चुका है और अब सबसे महत्वपूर्ण चरण भूमि अधिग्रहण बहुत जल्द शुरू किया जाएगा.
अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे जमीन उपलब्ध होती जाएगी, उसी गति से निर्माण कार्य भी आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे पूरी योजना तय समय सीमा में पूरी हो सके.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।