Zila Panchayat Chunav Basti: भाजपा के उत्साह, सपा की चुप्पी ने बढ़ाई बेचैनी
Zila Panchayat Basti chunav: सपा नेताओं की चुप्पी ने समर्थकों को किया बेचैन

भारतीय बस्ती संवाददाता. जिला पंचायत चुनाव (Zila Panchayat Chunav Basti) होने में अब कुछ घंटे की शेष रह गये है. कलेक्ट्रेट परिसर में शनिवार को होने वाले चुनाव में दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा. तीन बजे के बाद मतगणना होगी. पंचायत चुनाव में अब अधिकतर बातें साफ होती दिख रही है. भाजपा सपा पर भारी पड़ती दिख रही है. सूत्रों की मानें तो सपा रिस्क नहीं लेना चाहती है. जिसकी वजह से सपा बैकफुट पर है. नामांकन के दिन तक एमएलसी संन्तोष यादव सन्नी शहर में दहाड़ते रहे. नामांकन के बाद अब तक उनका चेहरा बस्ती में लोग देखने को तरस गये. इसका असर प्रत्याशी के मनोबल पर पड़ा. नामांकन के दिन भारी-भरकम सपा नेताओं की फौज और कार्यकर्ताओं का हूजूम पर्चा वापसी के दिन से ही साइलेंट मोड पर दिख रहा है.
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सपा नेताओं के साथ प्रत्याशी वीरेन्द्र चौधरी लगातार प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे है. जवाब में भाजपा कह रही है की हम लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव लड़ रहे है. यदि ऐसा न होता तो प्रशासनिक सुरक्षा के बीच सपा प्रत्याशी वीरेन्द्र चौधरी नामांकन नहीं कर पाते. भाजपा ने आरोप लगाया है की अपनी करारी हार के डर से सपा भाजपा और प्रशासन पर अनर्गल आरोप लगा रही है.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो सपा लड़ाई के मैदान में खुद को दिखाना चाहती थी. जिसमें वो जनता को संदेश देने में कामयाब रही है. भाजपा सत्ता में है. ऐसे में उसके उपर जीत का दबाव है. भाजपा प्रत्याशी संजय चौधरी ( sanjay chaudhary) और उनके साथ चल रही नेताओं की फौज जीत के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि एकसुर से अपने प्रत्याशी की जीत पर मुहर लगाते दिख रहे है.
जीत के प्रति भाजपा के उत्साह का ये आलम है की मतदान के दिन कार्यकर्ताओं के साथ नेताओं के स्वागत के लिए स्थानीय अटल बिहारी बाजपेयी आडिटोरियम में कुर्सियां लगाकर मंच सजाया गया है. स्थानीय भाजपा सोशल मीडिया पर अपने कार्यकर्ताओं से कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए संयम बरतने की अपील कर रही है.
समाजवादी पार्टी भी इसी तरह से अपने कार्यकर्ताओं को बस्ती आने का आह्वान कर रही है. सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है की कार्यकर्ता शहर में मतदान के दिन पहुंचे और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी लोग शारीरिक दूरी का पालन करें. देखना दिलचस्प होगा की दोनों दलों के नेताओं की अपील के बावजूद कोरोना गाइडलाइन का उनके कार्यकर्ता और नेता कितना पालन करते है.