CM योगी को सौंपा ज्ञापन: शिक्षक बोले- परिषदीय स्कूलों को जबरन न करें मर्ज
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शिक्षकों द्वारा कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों के युग्मन का विरोध लगातार जारी है। सोमवार को प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लॉक इकाई हर्रैया के अध्यक्ष रामसागर वर्मा, साऊँघाट के ब्लॉक अध्यक्ष अशोक यादव सहित अन्य ब्लाकों में संघ के पदाधिकारियों के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सौंपा गया।
हर्रैया ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा कि कम छात्र संख्या वाले स्कूलों के पेयरिंग का आदेश नौनिहालों की शिक्षा और शिक्षक विरोधी है। इससे बुनियादी शिक्षा की बुनियाद जर्जर हो जाएगी। तहसील अध्यक्ष राजकुमार तिवारी और ब्लॉक मंत्री राम पियारे ने कहा कि किसी स्कूल में कम नामांकन है तो वहां संसाधन व शिक्षक भेजने की आवश्यकता है न कि उस विद्यालय को बंद करना न्यायसंगत है।
कहा कि आरटीई एक्ट के अनुसार प्रत्येक बच्चे को एक किलोमीटर के अंदर प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था की गई है। लेकिन विद्यालय मर्ज करने से बच्चे विद्यालय जाने में कठिनाई महसूस करेंगे और वे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। जिला उपाध्यक्ष रवीश कुमार मिश्र और जिला संगठन मंत्री विवेक कान्त पाण्डेय ने कहा कि सरकार का यह निर्णय न सिर्फ गरीब, ग्रामीण और वंचित तबकों के बच्चों के भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि यह देश के संविधान में निहित शिक्षा के मौलिक अधिकार का भी घोर उल्लंघन है।
कहा कि यह सिर्फ शिक्षकों की नहीं, बल्कि हर बच्चे के शिक्षा के अधिकार की लड़ाई है। इस लड़ाई को पूरे प्रदेश में संवैधानिक तरीके से सड़क से न्यायालय तक लड़ा जाएगा। विरोध प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से सर्वदेव सिंह, संजीव सिंह, जगदंबा दूबे, अजय कन्नौजिया, वंशगोपाल तिवारी, चंदारानी, मंजूरानी, प्रियंका, सरिता, प्रवेश कुमार, जयचंद, रामभवन, रामकमल, महेन्द्र गौतम, प्रभात रंजन, शंभूप्रसाद, लक्ष्मण लाल, ठाकुर प्रसाद, भागवत सिंह, अर्जुन प्रसाद, अमरचंद वर्मा, हरी सिंह, छोटेलाल, प्रमोद ओझा, केशव प्रसाद, विजय चौधरी, रामनयन, चिन्मय राय, चंद्रशेखर, शिवाकांत आदि शामिल रहे।