कोरोना काल में दीपावली, लाई घर घर में खुशहाली

रजनीश कुमार पांडेय
बस्ती. दीपावली हमेशा से ही भारत और भारतीयों के लिए काफी खास रही है. दीपावली के आते ही अथवा कह सकते हैं कि दीपावली के आने से पहले ही बाजारों की चहल-पहल, दुकानों की साज-सजावट तथा घरों की साफ-सफाई शुरू हो जाती है. एक तरफ जहां दीपावली में पटाखों और अन्य विस्फोटक पदार्थों पर नियंत्रण के लिए तरह-तरह के नियम बनाए जाते हैं, वही घरों और मोहल्लों की स्वच्छता को बनाये रखने में भी दीपावली का विशेष योगदान है.
भले ही साल भर लोग घरों की साफ-सफाई पर उतना ध्यान ना दें, लेकिन दीपावली के आते ही सभी घर व भवन साफ, स्वच्छ, सुन्दर एवं खिले हुये दिखने लगते हैं.
दीपावली सदा से ही प्रकाश का त्यौहार रहा है और लोगों को खुशियां देता आया है, इसीलिए दीपावली के नाम से ही लोगों के चेहरे पर अलग ही चमक और हर्षोल्लास दिखाई देने लगता है. हर बार की तरह इस बार भी दीपावली काफी खास है. लेकिन सभी तरह के त्यौहारों और उत्सवों के लिए श्राप बन चुका कोरोना वायरस दीपावली पर अपना दुष्प्रभाव डालने में काफी हद तक निष्फल रहा है. हालांकि कोरोना के चलते सभी व्यापारियों के मुनाफे में गिरावट तो आई है, लेकिन बाजार की साज-सज्जा और सजावट में कोई कमी नहीं आयी है.
चाहे वो मिठाइयों की दुकानें हों या फिर बर्तन बेचने वालों के दुकान के बाहर के स्टॉल, हर जगह काफी भीड़ देखने को मिल रही है. इसके इतर चाहे हम लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकारों की बात करें अथवा चाइनीज लाइटें बेचने वाले इलेक्ट्रिशियन व अन्य व्यापारियों की ओर नजर डालें, हर तरफ हर साल की तरह इस साल भी काफी चहल-पहल दिखाई दे रही है. लोग हमेशा की तरह मिठाईयों, बर्तनों, फल-फूल, मूर्तियों और घरों को जगमगाने के लिए लाइटों की खरीददारी बढ़-चढ़कर कर रहे हैं. बस्ती शहर में कटरा चुंगी, पक्के मार्केट तथा अन्य कई छोटी बाजारों में भी बर्तन, मूर्ति व मिठाइयों के व्यापारी अपनी दुकानों को सजा चुके हैं.
मिट्टी के दिए व अन्य बर्तन बनाने वाले ग्रामीण कुम्हारों के बिक्री में काफी बढ़त आई है, क्योंकि लॉकडाउन में घर वापस आए काफी सारे यात्रियों में से कुछ प्रतिशत यात्री अभी भी अपने गांव और मूल निवासों पर ही टिके हुए हैं. जिससे गांवों में छोटे स्तर पर काम करने वाले कुम्हारों के लिये इस बार दीपावली ने नए रास्ते खोले हैं और उनका घर धन रूपी प्रकाश से पहले की अपेक्षा थोड़ा ज्यादा जगमगा सका है.