Basti News: क्या हुआ तेरा वादा? जाम से आखिर बस्ती को कब मिलेगी राहत

बस्ती. जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और अधिकारियों की तमाम बैठकों के बाद भी जाम से राहत नहीं मिल पा रही है. ये हाल तब है जब वर्तमान जिलाधिकारी और जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी द्वारा महीनों पहले अस्पताल के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान बिजली विभाग को जिला अस्पताल चौराहे पर लगे पोलों को हटाने के लिए कहा गया था.
आलाधिकारियों की बातों को हवा में उड़ाते हुए बिजली विभाग अब तक चौराहे पर लगे पोल नहीं हटा सका है. जिससे उसकी आड़ में लगने वाले ठेले, दुकानों और आटो वालों की वजह से अस्पताल चौराहे पर रोजाना हजारों लोगों को जाम में फंसे रहना मजबूरी बन गई है. जाम में फंसने की वजह से तमाम मरीजों को अस्पताल की सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है.
शहर को चाक-चौबंद बनाने के लिए गठित बस्ती विकास प्राधिकरण भी जाम से निजात दिलाने की दिशा में अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं कर सका. पाण्डेय बाजार रेलवे क्रासिंग, सुगर मिल क्रासिंग, अस्पताल चौराहा, रोडवेज, गांधीनगर से लेकर कम्पनी बाग तक लाखों शहरियों को रेंगते हुए चलना पड़ता है.
जाम से बचने के लिए फुलप्रूफ व्यवस्था करने में प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक फेल साबित हो चुके है. जनता की माने तो जाम से कुछ हद तक बचा जा सकता है. बशर्ते सड़कों के किनारे बनी दुकानों के आगे रेलिंग लगा दिया जाए. पटरियों और दुकानों के बाहर लगने वाली रेलिंग से सड़कें काफी हद तक चौड़ी हो जाएंगी.