नहीं हो रही है गेहूं खरीद, कांग्रेस नेताओं ने क्रय केन्द्रों पर दिया धरना

झूठा है सरकार का दावा, परेशान हैं किसान- अंकुर वर्मा

नहीं हो रही है गेहूं खरीद, कांग्रेस नेताओं ने क्रय केन्द्रों पर दिया धरना
basti congress news

बस्ती .  प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के संयोजन में  मंगलवार को गेहूं क्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया और दक्षिण दरवाजा स्थित गेहूं क्रय केन्द्र पर धरना देकर सरकार को आईना दिखाया कि क्रय केन्द्रों पर गेहूं की खरीद नहीं हो रही है.

धरने में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी ने प्रदेश सरकार से जब गेहूं क्रय केन्द्रों पर खरीद न किये जाने की शिकायत किया तो सरकार की ओर से जबाब दिया गया कि किसानोें से गेहूं खरीदा जा रहा है. इसी सच्चाई का पता करने के लिये जब कांग्रेस पदाधिकारी जनपद के अनेक क्रय केन्द्रों पर पहुंचे तो पता चला कि अधिकांश गेहूं क्रय केन्द्र बंद पड़े हैं और 15 जून से ही गेहूं की खरीद ठप है जबकि प्रदेश सरकार ने 22 जून तक गेहूं खरीद की घोषणा किया था. अंकुर वर्मा ने कहा कि किसान चौतरफा मार झेल रहा है, सरकार का दावा झूठा है.  

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कांग्रेस के प्रदेश सचिव देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर करोड़ो रूपया भुगतान बाकी है. बस्ती, वाल्टरगंज चीनी मिल बंद है और गेहूं खरीद क्रय केन्द्र बंद पड़े हैं. जिन किसानों का गेहूं बिक भी गया है वे भुगतान के लिये भटक रहे हैं. यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है.

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कांग्रेस अध्यक्ष अंकुर वर्मा ने बताया कि पार्टी नेताओं ने दक्षिण दरवाजा, ओडवारा, विक्रमजोत विकास खण्ड के अमोढा, साऊंघाट ब्लाक के बाघडीह आदि क्रय केन्द्रों पर स्थितियों का जायजा लिया  तो प्रायः सभी गेहूं खरीद केन्द्र बंद मिले. किसानों ने बताया कि खरीद का कार्य 15 जून से ही बंद है.

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सहकारी गेहूं क्रय केन्द्र दक्षिण दरवाजा के साथ ही अनेक स्थानों पर पर धरना देने वालों में मुख्य रूप से पूर्व कर्नल ए.के. सिंह, रविन्द्र सिंह ‘राजन, संजीव त्रिपाठी, नवीन कन्नौजिया, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’, सचिन शुक्ल, संदीप श्रीवास्तव, अमित सिंह, गंगा मिश्रा, सुरेन्द्र मिश्रा, अलीम अख्तर, महेन्द्र श्रीवास्तव, सूर्यमणि पाण्डेय, डा. वाहिद सिद्दीकी, मो. सिद्दीक, पवन वर्मा, अनुराग पाण्डेय, गुड्डू सोनकर, लक्ष्मीकान्त मिश्र, दुर्गेश त्रिपाठी के साथ ही अनेक कार्यकर्ता और  पदाधिकारी शामिल रहे.

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