7 सूत्रीय मांगों को लेकर हाथों में काली पट्टी बांधकर आयुष चिकित्सकों ने किया कार्य

मांगे न मानी गई तो सामूहिक रूप से होम आइसोलेशन में जाने की दिया चेतावनी

7 सूत्रीय मांगों को लेकर हाथों में काली पट्टी बांधकर आयुष चिकित्सकों ने किया कार्य
basti news in hindi

बस्ती. मेन स्ट्रीम आयुष डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर 7 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत सभी संविदा आयुष चिकित्सकों ने सोमवार को हाथों में काली पट्टी बांधकर कार्य किया. चेतावनी दिया कि यदि इसके बाद भी मांगों को न माना गया तो वे सामूहिक रूप से होम आइसोलेशन में जाने को  बाध्य होंगे.   एसोसिएशन जिलाध्यक्ष   डॉ. वी.के. वर्मा ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर 7 सूत्रीय मांग पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य चिकित्साधिकारी बस्ती को भेजा गया था किन्तु मांगों पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया.

डॉ. वर्मा ने बताया कि मुख्य मांगांे में प्राथमिकता के स्तर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत सभी संविदा आयुष चिकित्सकों को 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि, 50 लाख का कोविड बीमा समय से दिलाये जाने,   वेतन विसंगति दूर कर समायोजन कराया जाना शामिल है. डॉ. वी.के. वर्मा ने बताया कि महामारी में फ्रंट लाइन कोरोना वारियर के रूप में स्क्रीनिंग, सेम्पलिंग, मरीजों को होम आइसोलेशन में मेडिकल किट देने, मरीजों का हाल चाल लेने, रैपिड रिस्पांस टीम, कांटेक्ट ट्रेसिंग, कोविड कन्ट्रोल रूम आदि में आयुष चिकित्सक पूरी निष्ठा से अपने दायित्वों को पूरा कर रहे हैं. अनेक आयुष चिकित्सकों ने अपने प्राणों की आहुति दिया, कुछ कोरोना संक्रमित हैं और कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है. इसके बावजूद न तो वेतन विंसंगति दूर हो रही है और न ही आयुष चिकित्सकों को 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि एवं कोविड बीमा की सुविधा उपलब्ध कराया गया है.

यह भी पढ़ें: यूपी में लखनऊ समेत इन रूट पर भी चलेगी नमो भारत ट्रेन

बताया कि  समस्त संविदा आयुष चिकित्सकों को सरकार द्वारा दिया जाने वाला 25 प्रतिशत राशि का लाभ देने के साथ ही 50 लाख का कोविड बीमा राशि दिलाया जाय, आयुष चिकित्सकोें एवं उनके परिवार को निःशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा देने के साथ ही  वेतन विसंगतियोें को दूर कर सेवा निवृत्ति की पुरानी 70 वर्ष की आयु सीमा बहाल करते हुये ट्रांसफर नीति शुरू किया जाय और कोविड में मृत लोगों के परिजनों को मृतक आश्रित नौकरी उपलब्ध कराया जाय. जब तक मांगे नहीं मानी जाती चरणबद्ध ढंग से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.

यह भी पढ़ें: यूपी में बनेगा पहला डिजिटल हाईवे, होगा यह रूट

काली पट्टी बांधकर कार्य करने वालों में मुख्य रूप से डॉ. प्रदीप शुक्ल, डॉ. अनिल मिश्र, डॉ. राम प्रकाश, डॉ. वंदना तिवारी, डॉ. सुनील सौरभ, डॉ. दिनेश सिंह कुश्वाहा, डॉ. श्रद्धा सिंह, डॉ. साजिया खान, डॉ. भावना गुप्ता आदि शामिल रहे.

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले में पुनर्जीवित होगा 24 कोसी परिक्रमा मार्ग, शुरू हुई तैयारी

On

ताजा खबरें

Aaj Ka Rashifal 5 February 2025: कर्क, सिंह, मिथुन,कुंभ, वृश्चिक,मेष, तुला,मीन, वृषभ, कन्या, धनु, मकर का आज का राशिफल
यूपी के यह जिला फार्मर रजिस्ट्री में दूसरे नंबर पर, 3.15 लाख किसानों ने कराया पंजीयन
यूपी के गोरखपुर से इन रूट पर बढ़ेंगी ट्रेन, यह स्टेशन बन रहे टर्मिनल
यूपी के इस जिले में पीएम आवास योजना के लिए 16 हजार ग्रामीणों का सर्वे
यूपी के इस रूट का ट्रेक होगा डबल, क्रासिंग होगी खत्म
यूपी में बनेगा पहला डिजिटल हाईवे, होगा यह रूट
यूपी के इस जिले में पुनर्जीवित होगा 24 कोसी परिक्रमा मार्ग, शुरू हुई तैयारी
यूपी में लखनऊ समेत इन रूट पर भी चलेगी नमो भारत ट्रेन
यूपी में इन 4 जिलो को जल्द मिलेगी यह बड़ी योजना, जानिए पूरा प्लान
यूपी में इस रूट पर अब नहीं लगेंगा जाम, रिंग रोड को शासन ने दी स्वीकृति