जयंती पर याद किये गये किशोर कुमार, कलाकारों ने गीतों से बांधा समा
आर्ट ऑफ बस्ती की पहल पर यादगार हुई शाम किशोर कुमार के नाम

बस्ती. हर दिल अजीज ,चुलबुले अदाकार किशोर कुमार के 92 जन्म दिवस के अवसर पर आर्ट ऑफ बस्ती संस्था के अध्यक्ष हाशिम अहमद आजमी ‘विक्की’ जी के संयोजन में प्रेस क्लब सभागार में आए तुम याद मुझे कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कलाकारों ने मंच पर मध्य प्रदेश के खण्डवा में जन्मे किशोर कुमार के अनेक गीतों की जीवन्त प्रस्तुतियां दी, श्रोता अंत तक मंत्र मुग्ध रहे.
कार्यक्रम का श्री गणेश सरस्वती वंदना से हुआ. पंडित ज्वाला प्रसाद संगीत संस्थान के छात्र-छात्राओं रत्नेश कुमार, रणविजय ,आदर्श ,कंवलजीत, नीलू ,अर्पणा श्रीवास्तव, ने प्रस्तुति दी. फैशल शहीद द्वारा ‘ऐ शाम मस्तानी, प्यार दीवाना होता है , शाम्भवी पाण्डेय ने, ‘वादा करो नहीं छोड़ोगे तुम मेरा साथ , अश्वनी सिंह ने पल पल दिल के पास तुम रहते हो , इसी कड़ी में रजनी गुप्ता ने हम बेवफा हरगिज ना थे तथा शुभम गुप्ता कोषाध्यक्ष द्वारा ‘नीले नीले अंबर पर चांद जब आए गीत की प्रस्तुति दी जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा . संतोष श्रीवास्तव ने ‘रिमझिम गिरे सावन ,जीवन से भरे, प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने ‘रात कली एक ख्वाब में आई और गले का हार बनी’ की प्रस्तुति दी. संगीत गुरु राजेश आर्य जी की प्रस्तुति ‘हमें तुमसे प्यार कितना यह हम नहीं जानते, ‘ छूकर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा’ तथा घुंघरू की तरह ,मीत ना मिला रे मन का, दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा, जैसे तमाम प्रस्तुति ने ऐसा समां बांधा कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए .
कार्यक्रम में उपसचिव उत्कर्ष श्रीवास्तव की बोर्ड पर, छोटू दा ढोलक पर ,आनंद गुप्ता पैड पर आदित्य प्रजापति गिटार पर छा गये. कार्यक्रम का समापन संस्था के कार्यक्रम संयोजक राहुल श्रीवास्तव जी के द्वारा केक काटकर तथा एक दूसरे को जन्मदिवस की बधाई देकर किया.
किशोर कुमार के जयंती अवसर पर आयोजित गीतों से भरे कार्यक्रम में मुख्य रूप से संध्या दीक्षित, अभिषेक ओझा, रोशनी सैनी, अमरेश पाण्डेय, आलोक मिश्र, ऋषभ मिश्र, पवन गुप्ता, विशाल, अजीत चौधरी, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, राजेन्द्र भारती, रत्नेश, अभिषेक श्रीवास्तव, आदित्य पाण्डेय, बालमुकुन्द ‘आकाश’ शुभम साहू, रवीन्द्र्र कुमार, आदित्य पाण्डेय के साथ ही बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे.