अयोध्या.(आरएनएस) आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सौंपे गए सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के कराए गए कार्यों का मूल्यांकन एवं सर्वेक्षण कराए जाने के दायित्व के क्रम में विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशक डॉ ए पी राव के निर्देशन में डॉ आर आर सिंह, प्रोफेसर मृदा विज्ञान तथा उनके सहयोगी इंजीनियर ए के पांडेय सह प्राध्यापक की एक टीम गठित हुई.
टीम ने आई डब्ल्यू यम पी परियोजना के अंतर्गत स्वीकृत 10 जनपद गोरखपुर, महाराजगंज बस्ती संतकबीरनगर सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, देवरिया ,बलरामपुर, श्रावस्ती एवं बहराइच में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा कराए गए कार्यों इंट्री प्वाइंट एक्टिविटी (आईपीएल) के अंतर्गत् जैसे बाउंड्रीवाल, हैंडपंप प्लेटफार्म, किसान विकास मंच, पक्की गछ गूल, हैंड पंप, वाटर रिचार्ज पिट, खड़ंजा निर्माण तथा कूप मरम्मत आदि का कार्य एवं वाटर शेड विकास कार्य मद के अंतर्गत मृदा एवं नमी संरक्षण हेतु निर्मित संरचनाएं, सतही भूमि जल संरक्षण हेतु निर्मित संरचनाओं के साथ आजीविका उन्नयन अंतर्गत् विभिन्न रोजगार परक क्रियाकलापों का अवलोकन एवं मूल्यांकन हेतु 10 जनपदों का सर्वेक्षण किए जाने के लिए भेजा गया था.
कल दिनांक 22 अगस्त 2021 को अंतिम जनपद देवरिया का मूल्यांकन एवं सर्वेक्षण का कार्य कर पूरा कर लिया गया . मूल्यांकन एवं सर्वेक्षण टीम के डॉ आर आर सिंह ने बताया कि सर्वेक्षण कर लिया गया है ,शीघ्र ही रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी, जिससे पुनः प्रदेश को नई योजनाएं प्राप्त हो सके .
डॉ सिंह ने बताया कि ईपीए परियोजना के अंतर्गत् किए गए कार्यों का परिणाम रहा कि शुद्ध पेयजल, जल संरक्षण एवं जन सुविधाओं का विकास हुआ तथा वाटर सेड विकास कार्य मद के अंतर्गत भी मृदा एवं नमी संरक्षण कर रबी और खरीफ दोनों फसलों की खेती एवं चेक डैम में जल एकत्र कर समय-समय पर आवश्यकतानुसार जल का प्रयोग किया जा रहा है. रिपोर्ट में कुछ सुझाव भी दिए जा रहे हैं, जिससे कृषि से संबंधित रोजगार को बढ़ावा देकर उनके जीवन स्तर को बढ़ाने में सहयोग होगा