Basti Election News: सोशल मीडिया पर सवालों के घेरे में आये भाजपा के जिम्मेदार
Basti Election 2022 - कहां गये भाजपा के पन्ना, बूथ प्रमुख - अपनों की उपेक्षा पड़ी भारी - सिर्फ एक सीट पर मिली भाजपा को जीत
-भारतीय बस्ती संवाददाता-
बस्ती. उत्तर प्रदेश चुनाव के मतगणना में गुरूवार को हुए प्रदेश में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला. 255 सीटों के साथ भाजपा प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की तरफ अग्रसर है. बस्ती के मण्डी समिति मे हुए मतगणना के दौरान जिले के पांच विधानसभा सीटों की गिनती हुई. मतगणना में समाजवादी पार्टी को चार सीटों पर जीत मिली. भाजपा विधायक अजय सिंह हर्रेया सीट बचाने में सफल रहे. समाजवादी पार्टी के महेन्द्र नाथ यादव ने सदर सीट, रूधौली से राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, कप्तानगंज से अतुल चौधरी कविन्द्र व महादेवा से दूधराम ने जीत हासिल किया.
चार सीटें गवाने से अवाक भाजपा कार्यकर्ताओं का दर्द सोशल मीडिया पर छलक पड़ा. भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर लिखते हुए संगठन पदाधिकारियों और माननीयों पर निशाना साधा. सोशल मीडिया पर लिखा गया की कार्यकर्ताओं की उपेक्षा चुनाव में भारी पड़ गयी. जिससे जिले की पांच सीटो पर हार का मुंह देखना पड़ा.
सनद रहे 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बस्ती की पांचों सीटों पर भाजपा ने कब्जा कर इतिहास रच दिया था. इस बार समाजवादी पार्टी ने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. सबसे सुरक्षित मानी जा रही सदर सीट भी भाजपा गंवा बैठी.
सोशल मीडिया पर एक कार्यकर्ता ने लिखा की माननीयों ने कार्यकर्ताओं की सुधि न लेकर ठेकेदारों को तरजीह दी. चुनाव के समय भी उन्हें तवज्जो नहीं दी गयी. जिससे बूथों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. सवाल उठाते हुए पूछा गया कहां गये भाजपा के हजारों पन्ना और बूथ प्रमुख जिन्हें बूथ जिताने की जिम्मेदारी मिली थी. जिम्मेदारों के असहयोग से चार सीटों पर मिली हार से क्या संगठन सबक लेगा. किस पर हार का ठीकरा फोड़ा जाएगा. सवालों से असहज भाजपा के बड़े नेताओं ने चुप्पी की चादर ओढ़ ली है. हर कोई इन सवालों से बचने की जुगत लगा रहा है. मगर सवालों के घेरे से बच पाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.
भाजपा की हार से खीझे कार्यकर्ता जमकर भड़ास निकाल रहे है. सोशल मीडिया से लगायत चौक-चौराहों पर हो रही बतकही में आरोपों-प्रत्यारोपों की बौछार हो रही है. देखना दिलचस्प होगा की बस्ती में चार सीटों पर हारी भाजपा अगला कदम क्या उठाती है. किस पर गाज गिरेगी. हार की जिम्मेदारी कौन लेगा.