बस्ती पंचायत चुनाव के बाद अब भाजपा में आने की मची होड़, असली कार्यकर्ता दिख रहे परेशान
Basti Panchayat Chunav: - BJP कार्यकताओं में ऐसे आयातितों से बढ़ी बेचैनी

बस्ती. पंचायत चुनाव में सत्ताधारी दल भाजपा के दरवाजे पर भीड़ देखी जा रही है. गैर दलों के नेता अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के दरवाजों पर दस्तक देते फिर रहे है. अपने सांचे में ढालने के लिए हरसंभव प्रयास करने वाले ये नेता सांगठनिक प्रयासों के रास्ते नहीं बल्कि डायरेक्ट ब्लाक प्रमुख बनने के लिए जोर आजमाइश कर रहे है. पार्टी के लिए फंड हो या सुविधाओं का खजाना ये पार्टी के बड़े नेताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. जनप्रतिनिधियों के दरवाजों पर गणेश परिक्रमा करते इन्हें कहीं भी देखा जा सकता है. ऐसे में पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता सन्न है.
दुबौलिया,रामनगर, कुदरहा, हर्रैया, परसरामपुर, विक्रमजोत, कप्तानगंज, गौर, बनकटी, बहादुरपुर, सल्टौआ गोपालपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने गैर दलों के कथित भाजपाई रणबांकुरे ताल ठोंक परेशानी खड़ी कर रहे है. अभी तक भाजपा द्वारा किसी भी ब्लाक में अपने प्रत्याशियों का नाम फाइनल न करने से जमीनी कार्यकर्ताओं में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. जिले के दुबौलिया, राम नगर, गौर, कुदरहा ब्लाक इनमें सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जा रहे है. यहां असली भाजपा कार्यकर्ताओं और दावेदारों को दूसरे दलों से आये लोगों से जूझना पड़ रहा है.
मजे की बात ऐसे गैरदलीय टिकटार्थी लगभग हर दलों के दरवाजे पर अपना सायरन बजाते दिख रहे है. पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता ऐसे नेताओं पर सवाल खड़ा करते हुए कह रहे हैं की जब तक इन्हें ब्लाक प्रमुख की कुर्सी नहीं मिल जाती तभी तक ये पार्टी नेताओं के आगे-पीछे घूम रहे है. ब्लाक प्रमुख बनते ही ये अपने असली चरित्र पर आ जाएंगे. पार्टी के प्रति वफादारी से कोसों दूर ऐसे लोगों की असलियत पार्टी के जिम्मेदार नेताओं को समझ कर ही कोई फैसला लेना चाहिए. वहीं पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा की ये वही नेता हैं जो पिछले चुनावों में पार्टी का खुलकर विरोध कर चुके है. ऐसे में पार्टी को दोहरे चरित्र वाले इस तरह के लोगों से सचेत रहने की जरूरत है.