महिलाओं को चक्कर आने के पीछे हो सकते है ये 10 कारण, जानें और बरतें सावधानी

महिलाओं को चक्कर आने के पीछे हो सकते है ये 10 कारण, जानें और बरतें सावधानी
महिलाओं को चक्कर आने के पीछे हो सकते है ये 10 कारण, जानें और बरतें सावधानी

सिर में अचानक तेज दर्द होना या सिर घूमना, चक्कर आना कहलाता हैं जो कि एक एक सामान्य स्थिति है. कई बार नींद पूरी ना होने, थकान होने या भूखा रहने के कारण भी यह स्थिति सामने आ सकती हैं. महिलाएं इसे रोजमर्रा की परेशानी के तौर पर लेती हैं, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार उत्पन्न हो तो आपको सतर्क होने की जरूरत हैं. जी हां, निरंतर चक्कर आना कई गंभीर बीमारियों की ओर इशारा करता हैं जिसमें आपको अपनी सेहत के लिए फिक्रमंद होने की जरूरत हैं. आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से महिलाओं को चक्कर आता हैं. यह जानकारी आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी. आइये जानते हैं इसके बारे में...
ब्लड-प्रेशर कम होना
कई बार अचानक से ब्लड प्रेशर कम होने पर चक्कर आते हैं. चक्कर आने पर आंखों के सामने अंधेरा होना, कुछ पल के लिए बेहोशी और हाथ पैर ठंडे हो जाना आदि लक्ष्ण भी दिख सकते हैं. कई बार चक्कर अचानक खड़े होने पर ज्यादा महसूस होते हैं. ऐसे में अगर आपको लंबे समय से लो-ब्लड प्रेशर की समस्या है और आपको चक्कर आता है, तो तुरंत आपको नमक का पानी पीना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेकर दवाई शुरू करनी चाहिए.
पानी की कमी
पानी की कमी भी कई बार चक्कर आने का कारण बनती है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) के अनुसार, हल्के निर्जलीकरण के कारण आपको चक्कर या हल्का-हल्का सिर दर्द महसूस हो सकता है. डिहाइड्रेशन से ब्लड प्रेशर कम भी हो सकता है, जिससे आगे चल कर आपको और अन्य समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए खूब पानी पिएं.
हीमोग्लोबिन की कमी होना
हीमोग्लोबिन में कमी होना चक्कर आने के प्रमुख कारणों में से एक है. महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. हीमोग्लोबिन का काम रक्त को ऑक्सीजन देना है. रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से महिला एनिमिया का शिकार हो सकती है. डेली डाइट में आयरन की कमी, प्रेग्नेंसी और पीरियडस के दौरान अत्याधिक ब्लीडिंग होने की वजह से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो सकती है. हीमोग्लोबिन कम होने पर महिलाओं को सिरदर्द, कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए महिलाओं को अपनी डाइट में मछली, हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, चुकंदर, अंडे और ड्राई-फ्रूट्स आदि शामिल करने चाहिए.
एंग्जायटी अटैक की वजह से
एंग्जायटी अटैक होने पर कुछ लोग के दिल की धड़कने तेज हो जाती है और ब्रेन में इतनी तेज रिएक्टिविटी होती है चक्कर आने लगता है. ऐसे में हर बार चक्कर आने पर आपको ऐसा ही महसूस हो सकता है. तो, एंग्जायटी अटैक की वजह से आपको चक्कर आए तो पहले तो पानी पिएं और शांति से बैठें और फिर डॉक्टर को दिखा कर इसका इलाज करवाएं.
विटामिन-बी12 की कमी
प्रेगनेंट और स्तनपात कराने वाली महिलाओं में विटामिन12 की कमी ज्यादा पाई जाती है. शरीर में बी12 की कमी से शारीरिक कमजोरी, भूख में कमी, कब्ज और थकान जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. विटामिन बी12 की कमी से मुंह में छाले पडऩा, त्वचा में पीलापन होना और चलने में कमजोरी की समस्या भी हो सकती है, जिसकी वजह से चक्कर आ सकते हैं. ये विटामिन एनिमल प्रोड्क्टस और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है.
ब्रेन ट्यूमर
कुछ गंभीर मामलों में चक्कर आना ब्रेन ट्यूमर का भी संकेत हो सकता है. ये ट्यूमर दिमाग के संतुलन पर नियंत्रण वाले हिस्से में बढऩे लगता है. इसकी वजह से आपको संतुलन बनाने में दिक्कत होती है और आप बीमार महसूस करते हैं. हार्मोन में होने वाली गड़बड़ी की वजह से नजरें भी कमजोर होने लगती हैं.
माइग्रेन के कारण
माइग्रेन में तेज सिरदर्द के कारण चक्कर आते हैं. माइग्रेन में सिरदर्द के साथ मितली और उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. महिलाओं में ये हार्मोन के असंतुलन के कारण होता है. माइग्रेन से बचने के लिए महिलाओं को अपनी जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव करने चाहिए. गर्मी के मौसम में अधिक ट्रैवल करने से बचें, दिनभर में 10 से 12 गिलास पानी जरूर पिएं, चाय-कॉफी का कम सेवन करें, ज्यादा मिर्ची वाला भोजन न खाएं, वॉक करने की आदत डालें और अपनी डाइट में छाछ, सूप और नारियल पानी का सेवन अधिक करें.
दिल की बीमारी होने के कारण
चक्कर आने का एक कारण दिल की बीमारी भी हो सकती है. दरअसल, संकीर्ण हृदय वाल्व, एट्रियल फाइब्रिलेशन और एथेरोस्क्लेरोसिस जैसे एरिथमिया होने पर मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम होने लगता है जिससे रह-रह चक्कर आता है. ऐसे में आपको अपने डॉक्टर को एक बार जरूर दिखा लेना चाहिए.
कान में संक्रमण की वजह से
जब कान का भीतरी हिस्सा किसी चोट, इन्फेक्शन या किसी अन्य कारण से प्रभावित होता है, तब महिलाओं को चक्कर आ सकते हैं. इस समस्या को वर्टिगो भी कहते हैं. ये थोड़ी देर के लिए भी रह सकता है और बहुत देर के लिए भी. इसमें चेहरे पर पसीना आना, कमजोरी का एहसास और तेज सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. वर्टिगो अटैक आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.
दवाओं का साइड इफेक्ट
दवाओं का साइड इफेक्ट- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट की वजह से भी कमजोरी या चक्कर जैसा महसूस होता है. जब शरीर में कोई नई दवा जाती है या ज्यादा डोज लेने से भी सिर घूमने लगता है. दौरे, डिप्रेशन, लो ब्डल प्रेशर की दवा और कुछ पेन किलर्स की साइड इफेक्ट की वजह से भी ऐसा होता है.

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