यूपी में अब सिर्फ फसल नहीं बिजली भी उत्पादित करेंगे किसान, खरीदेगा विद्युत विभाग, जानें- पूरा प्लान
UP Solar Bijli Yojna

किसान खेतों में बिजली पैदा कर विभाग को बेचेंगे और पैसा कमाएंगे. इससे ग्रिड पर पडने वाला लोड भी कम हो रहा है. बिजनौर में ब्लाक हल्दौर में कंभौर, झालू, नांगलजट, सिकंदरी, हल्दौर, कादरपुर, उलेढ़ा, ब्लाक देवमल में फजलपुर, गजरौलाशिव, उमरपुर मीरा, मंडावर, स्वाहेड़ी, जलीलपुर में ककराला, मुस्तफाबाद, पीपलसाना, मसीत, स्याऊ, अलाउद्दीनपुर, नूरपुर में नूरपुर, पैजनियां, फीना, रेहटा बिल्लौच, कोतवाली में कल्याणपुर, अकबराबाद, फुलसंदा, नहटौर में बसावनपुर, कड़ीपुरा, अफजलगढ़ में अफजलगढ़, भिक्कावाला, मानियावाला, वीरभानवाला, स्योहारा में पालनपुर, ताजपुर, ठाटजट, उमरपुर खादर, नजीबाबाद में भागूवाला, बड़िया, चंदक, सौफतपुर, तैमूरपुर, तिसोतरा गांव में सोलर बिजलीघर लग सकता है.
कितना खर्च आएगा?
अगर एक मेगावाट का सोलर प्लांट लगाना है तो इसमें कुल परियोजना लागत- 4.50 करोड़ होगी. वहीं केंद्र सरकार की सब्सिडी, 1.05 करोड़, राज्य सरकार की सब्सिडी, 50 लाख मिलेगी. ऐसे में किसान की लागत, 2.95 करोड़ आएगी. इसके मेंटेनेंस की प्रति वर्ष लागत, 3 लाख होगी. यूपीपीसीएल बिजली 3.10 प्रति यूनिट की दर से खरीदेगी. एक मेगावाट सोलर प्लांट से एक दिन में चार हजार यूनिट तक बिजली उत्पादित हो सकती है. साढ़े तीन मेगावाट सोलर प्लांट से साढ़े तीन हजार घरों को बिजली मिल सकती है. वहीं इसके लिए चार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी. एक सोलर प्लांट 25 साल तक काम करेगा.