यूपी के इस जिले में पीएम आवास योजना के लिए 16 हजार ग्रामीणों का सर्वे
मोदी 3.0 कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में घर बनाएगी। ऐसे में गरीब वर्ग के लोग जिनके पास पक्का घर नहीं है, वे घर बनाने के लिए इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पीएम आवास योजना में बड़ा बदलाव
पीएम आवास योजना का इन्हें मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान इस बार सभी जरुरतमंदों को मिलेंगे। जिसके पास भी अपना पक्का मकान नहीं है उन सभी को पीएम आवास दिया जाएगा। इसी वजह से इस बार पहले से कोई संख्या नहीं निर्धारित की गयी है। ग्राम्य विकास विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विकास के मुताबिक जितने भी लोग पीएम आवास के लिए अर्ह मिलेंगे उन सभी को मकान दिया दिया जाएगा। राजधानी के ग्रामीण इलाकों में तेजी से सर्वे चल रहा है। शासन ने 31 मार्च तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन लखनऊ में सर्वे का काफी काम हो चुका है। 28 फरवरी तक सर्वेकर रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। लोग आन लाइन एआई एप से खुद भी सर्वे कर सकते है। उसका आफ लाइन कर्मचारी अधिकारी सत्यापन भी करेंगे। सभी बेघर परिवारों और कच्चे जर्जर मकानों में रहने वाले परिवारों का भी सर्वे में चयन किया जाएगा। बेसहारा भीख मांगकर जीवन यापन करने वालों के साथ हाथ से मैला ढोने वाले, आदिम जन जाति समूह, वैधानिक रूप से मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूरों को भी पीएम आवास योजना की सौगात मिलेगी। हालांकि पक्के मकानों में रहने वाले, पक्की छत या पक्की दीवारों वाले मकानों में रहने वाले परिवार और दो या इससे अधिक कमरों में रहने वाले परिवारों को इस योजना से कोई लाभ नहीं मिलेगा।