यूपी में प्रधानमंत्री मोदी करेंगे मेट्रो का सफर, इस रूट के लिए चलेगी मेट्रो
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सादगी और जनता के प्रति जुड़ाव के लिए प्रसिद्ध हैं. उन्होंने कई बार सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके आम नागरिकों के साथ अपनी नजदीकी दिखाई है. मेट्रो में उनकी यात्रा न केवल उनकी विनम्रता को दर्शाती है. बल्कि यह भी बताती है कि सार्वजनिक परिवहन का उपयोग हर नागरिक का अधिकार है. चाहे वह किसी भी पद पर हो.
मेट्रो में सफर, एक सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा विकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पहले खंड का उद्घाटन किया. उद्घाटन से पहले उन्होंने एक सामान्य यात्री की तरह मेट्रो का टिकट खरीदा और मेट्रो में यात्रा की. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो में सफर कर सकते हैं. चुन्नीगंज भूमिगत स्टेशन से हरी झंडी दिखाने की संभावना है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने तैयारियां शुरू की. उधर, मेट्रो के अधिकारियों ने योजना बनाई है कि कॉरिडोर-1 के भूमिगत सेक्शन के शुरुआती पांचों स्टेशनों में पहली यात्री ट्रेन में 30 स्कूली बच्चों को बैठाकर रवाना किया जाए और इस ट्रेन को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाएं. इसके बाद वह स्वयं मुख्यमंत्री, मंत्रियों, वरिष्ठतम अधिकारियों के साथ दूसरी ट्रेन से सफर करें.
नयागंज भूमिगत मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग की व्यवस्था ज्यादा बेहतर होने की वजह से मेट्रो रेल के अधिकारियों का मानना है कि प्रधानमंत्री इसी स्टेशन में जाकर उद्घाटन कर सकते हैं. चुन्नीगंज या बड़ा चौराहा से भी ऐसा संभव है. चूंकि कानपुर सेंट्रल भूमिगत स्टेशन में आवागमन, पार्किंग स्थल की कमी और रेलवे स्टेशन में आने वाले यात्रियों की अधिकता है. इसलिए इस स्टेशन में पीएम के जाने की संभावना सबसे कम जताई जा रही है. हालांकि अंतिम निर्णय पीएमओ को लेना है. आजकल शहरी परिवहन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है. यह न केवल तेज़ और किफायती यात्रा का साधन है. बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए भी कई उपाय किए गए हैं. मेट्रो ट्रेनों की उच्च गति और निर्धारित समय पर चलने की क्षमता यात्रियों को समय पर गंतव्य तक पहुँचाती है.
तेज़ और समय की बचत, भीड़.भाड़ से मुक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेट्रो में सफर करना न केवल उनकी सादगी को दर्शाता है. बल्कि यह भी बताता है कि सार्वजनिक परिवहन का उपयोग सभी नागरिकों के लिए है. उनकी यह पहल समाज में समानता और एकता की भावना को बढ़ावा देती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को चुन्नीगंज, बड़ा चौराहा, नयागंज या कानपुर सेंट्रल भूमिगत मेट्रो स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं.
वे नवनिर्मित स्टेशनों के बीच मेट्रो में सफर भी कर सकते हैं. इसके मद्देनजर रविवार को यूपीएमआरसी ने इन स्टेशनों में विशेष तैयारियां शुरू कीं. नयागंज से ही हरी झंडी दिखाए जाने की ज्यादा संभावना जताई जा रही है. मेट्रो में यात्रा करना अन्य परिवहन साधनों की तुलना में सस्ता होता है. जिससे दैनिक यात्रियों के लिए यह एक आर्थिक विकल्प है. मेट्रो के विशेष डिब्बों में महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित सीटें होती हैं, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान आराम मिलता है. मेट्रो स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन बटन और प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.