यूपी में ग्रीन फील्ड एक्स्प्रेस-वे के लिए लोगों ने कहा किसी कीमत पर नहीं देंगे जमीन
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देश में हाइवे और एक्सप्रेसेवे का निर्माण नया आयाम लिखता दिखाई दे रहा है. इसी कड़ी में यूपी सरकार ने अपनी कमर कस ली है. सरकार का सीधा निर्देश है विकास कार्यो में किसी भी प्रकार की कोई बाधा ना आने पायें. इस आदेश का पालन अधिकारी को करना सख्त माना जा रहा है. लेकिन यूपी के इस जिले में अधिकारी लोहे की चना चबा रहे है.
यूपी सरकार पर फूटा किसानो का गुस्सा
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यूपी के हाथरस जिले में एक्सप्रेसवे का निर्माण के लिए सरकार का आदेश आया है. इस आदेश को लेकर निर्माण कार्य एजेंसियो ने पूरा जोर लगा दिया. इसी दौरान जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया भी की जा रही है. आगे उन्होेने बताया सरकार किसानो को उचित मुआवजा देगी. भारतीय किसान यूनियन की किसान पंचायत का आयोजन सोमवार को क्षेत्र के गांव गोविन्दपुर के निकट एक परिसर में हुआ. इसमंे अलीगढ़ से आगरा तक एक्सप्रसेवे का निर्माण के लिए प्रशासन द्वारा की जा रही भूमि अधिग्रहण कर प्रक्रिया का किसान विरोध कर रहेे है.
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इस क्षेत्र के इलाको मंे किसान ने प्रण ले लिया है हम अपनी जमीन की कीमत नही लगा सकते है. किसानो का यूनियन और भू स्वामियो ने एक स्वर में कहा सरकार को को काई दूसरा रास्ता निकलना चाहिए और हमें दिन रात चैन की सांस लेने में कोई बाधा न पैदा करें. आगे किसानो ने कहा अगर हमारी जमीन लेने का प्रयास सरकार बल के साथ करती है. तो हम मजबूर होकर चरणबद्ध आंदोलन करेेगे, जरूरत पड़ी अनिश्चित कालीन धरना भी हम किसान यूनियन एकत्र होकर करेगे.
बैठक में सरकार की निंदा
इसी कड़ी में बैठक में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा ने अपने सम्बोधन मेें कहा यूपी सरकार किसानो और भू-स्वामियो की जमीन ही नही ले रही है बल्कि भू रूपी मां को खरीद रही है. यूपी सरकार पर निशाना लेते हुए आगे उन्होंने कहा कितनी सरकारे आयी कितनी सरकारे चली गई लेकिन किसी भी सरकार ने किसानो के हित के लिए कोई काम नहीं किया जब जब इस देश में चुनाव हुआ है उसके पहले सरकार और उनके नौकरशाह लालीपॉप देते है हमारी सरकार विकास कार्यो के लिए आपके हित के लिए कार्य करेगी.
सरकार बड़े-बडे मंचो पर अपने वाणी से किसानो के बारे में घण्टो तक बोलती है लेकिन धरातल पर और चुनाव सम्पन्न होने के बाद राज्य सरकारें अपना सरकारी खजाना भरते है, आगे इस बैठक में बताया कि हमे एकजुट होकर सरकार के इस फैसल को करारकर जावब देना होगा और हमें एकजुटता का संदश देना है वरना अगर हम एक जुट नही रहे सरकार बल पूर्वक हमारी जमीन पर अपना डेरा डाल देगी. और हम इस कहानी के हिस्सा बनकर रह जायेगे. इस बैठक में आस पास के आये हुए किसानो ने भी अपनी बात बड़े साहस पूर्वक रखा. कहा भू-अधिग्रहण प्रक्रिया की जानकारी इसके पहले कभी नही दी गई.