अयोध्या रिंग रोड का बदल जाएगा नक्शा, 10 गांव भी होंगे शामिल
राम मंदिर के पास फोर-लेन रिंग रोड विस्तार में किसानों का विरोध
अयोध्या में राम मंदिर के परिधि के भीतर फोरलेन रिंग रोड के विस्तार कार्य के लिए किये गए भूमि अधिग्रहण ने किसानों के बीच हलचल मचा दी है। राम मंदिर के परिधि में बनने वाली फोर लेन रिंग रोड विस्तारीकरण में सोहावल तहसील के 10 राजस्व गांव और चपेट में आ गए हैं।
राम मंदिर के पास फोर-लेन रिंग रोड विस्तार में किसानों का विरोध
भूमि अधिग्रहण पर बढ़ी बेचैनी
किसान बताते हैं कि गजट होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी इस पर कुछ भी स्पष्ट बताने को तैयार नहीं हैं। उन्हें डर है कि इस प्रक्रिया में उनका शोषण हो सकता है और उनकी भूमि की सही कीमत नहीं मिल पाएगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सोहावल तहसीलदार सुमित सिंह ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया से जुड़े गजट की जानकारी किसानों से ही प्राप्त हुई है। तहसीलदार ने स्पष्ट किया कि फिलहाल प्रशासन को इस बारे में कोई नया निर्देश नहीं मिला है। जैसे ही आदेश प्राप्त होगा, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसीलिए सर्किल रेट बढ़ाने की प्रक्रिया शासन से शुरू होने और कवायद पूरी होने के बाद भी जिला प्रशासन ने सर्किल रेट बढ़ाने को मंजूरी नहीं दी। अब पुराने रेट से ही फिर किसानों को उनकी भूमि की कीमत मिलेगी। यह किसानों के साथ धोखा है। गजट होने के बावजूद कोई अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है। किसानों का कहना है कि उनकी मेहनत की भूमि का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल रहा है। रिंग रोड के विस्तार के लिए आवश्यक भूमि के अधिग्रहण के दौरान यह गलत प्रक्रिया और असंतोषजनक कदम किसानों के लिए बड़े संकट का कारण बन रहा है। कई किसान भूमि अधिग्रहण विभाग और राजस्व विभाग के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।