गोरखपुर- वाराणसी के फोर लेन हाईवे को नये साल पर मिल सकती है हरी झंडी, इन जिलों को होगा फायदा
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ने वाली फोरलेन सड़क के निर्माण का काम सभी की नजरों में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय इलाके वाराणसी तक इस फोरलेन सड़क को निर्मित करना बीते कुछ वर्षों से चल रहा है। यह सड़क गोरखपुर से मऊ और गाजीपुर के रास्ते वाराणसी तक जाने का एक विशेष मार्ग है, परंतु अभी तक इसका निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
गोरखपुर, जो कि मुख्यमंत्री की नगर के रूप में जाना जाता है, से गंगा के किनारे स्थित वाराणसी तक पहुंचना अब और भी सरल होने वाला है। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन परियोजना के अंतर्गत बड़हलगंज बाईपास पर सरयू पुल के दूसरे लेन पर नए वर्ष से वाहन चलने लगेंगे। इस परियोजना के तहत अभी भी कुछ कार्य बाकी हैं, जिन्हें अगले माह के अंतिम तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लोग अब गोरखपुर से वाराणसी की यात्रा को और तेज और सुविधाजनक तरीके से कर सकेंगे। स्थानीय प्रशासन इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
यहां यह ध्यान देने योग्य है कि पुल के एक लेन पर 18 अप्रैल 2024 से ही वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है। अब जब दोनों लेन पर परिवहन चलेंगे, तो यहां ट्रैफिक की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी। नई व्यवस्था के तहत, बड़हलगंज और दोहरीघाट की ओर जाने वाले यात्री पुराने मार्ग का ही उपयोग करेंगे, इसके अतिरिक्त मऊ और वाराणसी की दिशा में जाने वाले यात्रियों के लिए बड़हलगंज बाईपास का नया मार्ग मौजूद रहेगा।
स्थानीय लोगों और यात्रियों को इस नई सड़क का लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुगम और सुरक्षित होगी। प्रशासन ने इस परियोजना को समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया है, और इसके पूरा होने से क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी।
गोरखपुर- वाराणसी फोरलेन परियोजना के अंतर्गत गोरखपुर से बड़हलगंज तक 65.62 किलोमीटर की सड़क को निर्मित करने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस परियोजना के तहत घाघरा (सरयू) नदी पर बन रहे पुल का दूसरा लेन भी तैयार हो चुका है।
बड़हलगंज बाईपास पर फोरलेन मार्ग के निर्माण में पुल के दूसरे लेन का अभाव होने के कारण, कई वाहन पटना घाट तिराहा और दोहरीघाट पुल का रास्ता अपनाते थे। यह समस्या स्थानीय यातायात को प्रभावित कर रही थी, लेकिन अब पुल के दूसरे लेन के निर्माण से यातायात की स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
इस परियोजना के पूरा होने से न केवल यात्रा की समय की बचत होगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी तेजी आएगी। स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।