यूपी के बस्ती में गाड़ी नंबर प्लेट पर करवा लीजिए यह काम नहीं तो होगी कार्रवाई
एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि पिछले दिनों अभियान के तहत 59 वाहनों का चालान किया गया है। इनमें बिना नंबर प्लेट व अन्य कारणों से उन्हें जांच में पकड़ा गया है। इनमें दो अर्टिगा कार, तीन अनफिट भारी वाहन व बाकी पर नंबर प्लेट में बदलाव के कारण कार्रवाई की गई है। अब टीम का गठन कर नंबर प्लेट की जांच करवाई जाएगी, ताकि नियमों की अनदेखी न की जा सके। लिहाजा 59 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
इधर टीम गठित होने के बाद अब इस जांच अभियान में तेजी आएगी और नंबर प्लेट की गड़बड़ी से बड़ी संख्या में वाहन कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं। इधर परिवहन विभाग ने 11 सितंबर से ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विशेष चेकिंग अभियान चला रखा था। अपर परिवहन आयुक्त एके सिंह ने यह निर्देश भी जारी किया था कि ओवरलोड वाहनों के साथ-साथ फर्जी, धुंधले, एक से अधिक यानी नीचे पुराना नंबर प्लेट और उसके ऊपर हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट, गलत नंबर प्लेट व बिना एचएसआरपी लगे वाहनों के खिलाफ भी फौरी तौर पर कार्रवाई की जाए। परिहवन विभाग का तर्क है कि ऐसे वाहन हाईवे पर लगे कैमरों को चकमा देकर ऑनलाइन चालान से बच जाते हैं। वहीं कई वाहन दो पहिया, ई-रिक्शा, ऑटो, कार व अन्य वाहनों का नंबर लगवाकर धोखा देते हैं। इसके लिए परिवहन विभाग ने पहले से बिना एचएसआरपी के वाहनों के फिटनेस व अन्य कार्यों पर रोक लगा रखा है।
इसी नंबर से ही वाहन की सभी वैधानिक व औपचारिक गतिविधियां संचालित होती हैं। अधिकतर लोग अपनी गाड़ी के नंबर प्लेट को विविध तरीकों से लगवाते हैं और कुछ लोग नंबर प्लेट में बदलाव कर देते हैं, जो मोटर यान नियमावली का सरासर उल्लंघन माना जाता है। ऐसे में हर वाहन का नंबर प्लेट नियमावली के अनुसार लगा होना जरूरी है। विषम परिस्थितियों में नंबर प्लेट परिवर्तित होने के कारण कई तरह की समस्याएं आती हैं।
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।