उत्तर प्रदेश में भाजपा की बेचैनी और चुनौती
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कोरोना से जिन लोगों ने अपनों को खोया, रोजगार, व्यापार चला गया उस जख्म को भरने में भले वक्त लगे किन्तु जिन्दगी ठहरने का नाम नहीं है. उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा रणनीतिकारों को बेचैनी रह-रह कर उभर रही है. लोग सवाल कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके जन्म दिन की बधाई क्यों नहीं दिया.
कहीं यह बड़े बदलाव की आहट या आपस में खटपट का संकेत तो नहीं. भले ही इन बातों में कोई सत्यता न हो किन्तु अनुमान लगाने वाले भला चुप क्यों रहे. भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह का राज्यपाल से मिलना भी कई अनुमानों को जन्म दे रहा है. यद्यपि की राधा मोहन सिंह का कहना है कि राज्यपाल आनन्दीबेन से उनकी मुलाकात शिष्टाचार भेंट है और यदि मंत्रिमण्डल विस्तार हुआ तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही करेंगे.यह भी पढ़ें: यूपी में वक़्फ़ की इन संपत्तियों पर एक्शन शुरू! सीएम योगी के इस बयान के बाद तेज हुई कार्रवाई
बहरहाल यूपी में भाजपा संगठन और सरकार के बीच जो गुपचुप चल रहा है उससे स्पष्ट है कि भाजपा 2022 के चुनाव में जीत के लिये कोई भी कदम उठाने को आतुर है.
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