उत्तर प्रदेश में भाजपा की बेचैनी और चुनौती
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कहीं यह बड़े बदलाव की आहट या आपस में खटपट का संकेत तो नहीं. भले ही इन बातों में कोई सत्यता न हो किन्तु अनुमान लगाने वाले भला चुप क्यों रहे. भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह का राज्यपाल से मिलना भी कई अनुमानों को जन्म दे रहा है. यद्यपि की राधा मोहन सिंह का कहना है कि राज्यपाल आनन्दीबेन से उनकी मुलाकात शिष्टाचार भेंट है और यदि मंत्रिमण्डल विस्तार हुआ तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही करेंगे.
बहरहाल यूपी में भाजपा संगठन और सरकार के बीच जो गुपचुप चल रहा है उससे स्पष्ट है कि भाजपा 2022 के चुनाव में जीत के लिये कोई भी कदम उठाने को आतुर है.
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                 प्रदीप चंद्र पाण्डेय, भारतीय बस्ती समाचार पत्र के संपादक हैं. वह बीते 30 सालों से ज्यादा समय से पत्रकारिता में सक्रिय है.
