यूपी में सरकारी दफ्तरों के लिए बड़ी खबर, लागू हुआ यह नया नियम

यूपी में सरकारी दफ्तर में योगा करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है जिसमें कर्मचारी दिन भर कामकाज करते हैं जिससे उन्हें तनाव का अभाव रहता है अब इस फैसले के माध्यम से कर्मचारी तनाव मुक्त रहेंगे आयुष मंत्रालय के निर्देशन अनुसार अब हर दिन 5 से 10 मिनट योग करना अनिवार्य है.
सरकारी कर्मचारी कार्यशैली में सकारात्मक बदलाव करेंगे
जिसमें 5 से 10 मिनट का हल्का योगासन मौजूद है इस दौरान कमर, गर्दन और पीठ अकड़न को दूर करने में राहत मिलती है अब इसके साथ-साथ गहरी सांस और माइडफुलेनस अभ्यास भी करवाया जाता है जिसके तहत मानसिक थकान काफी कम हो जाती है. उसके बाद काम में पुनः ऊर्जा और एकाग्रता लौटकर वापस आती है. अब सरकार का यह मनसा है कि योग सिर्फ एक दिन का आयोजन ना बनाकर अब रोजमर्रा की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अंग बन जाए.
अधिकारियों ने क्या बोला
सरकार के तरफ से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जैसे वाइ ब्रेक योग, नमस्ते योग एप्लीकेशन, योग शब्दावली और योग कैलेंडर को अब विस्तार किया जाएगा इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग इनका इस्तेमाल कर पाए. इस एप्लीकेशन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रचार प्रसार अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है. अब योगा को आम जनता तक पहुंचाने के लिए गैर सरकारी संगठन की मदद से कमान योग प्रोटोकॉल ऑनलाइन ट्रेंनिंग तथा कार्यशाला सेशन आयोजित करने का योजना बनाया गया है.
अब इसके अलावा रेजिडेंट वेलफेयर संगठन को भी कनेक्ट किया जाएगा जिसमें कालोनियां और मोहल्ले को भी योग का नियमित अभ्यास करवाया जाएगा. स्थानीय लोगों ने कहा है कि दफ्तरों में कार्यरत कर्मचारी के मानसिक तनाव को कम करने के लिए बेहतर रास्ता अपनाया गया है काम के बीच एक संक्षिप्त ब्रेक के जरिए शरीर और मन को तरोताजा करने का महत्वपूर्ण विषय है. अब योग प्रणाली के माध्यम से ऊर्जा, स्वास्थ्य और कार्य कुशलता में काफी सुधार होगा. आगे कहां गया है कि यह सिर्फ 5 मिनट का योग प्रेक्टिस है जिसमें कर्मचारी अपने कार्यालय में ही अपनी कुर्सी पर बैठकर इसका अभ्यास कर पाएंगे.