यूपी में कोहरे को लेकर अलर्ट, यूपी परिवहन विभाग की नई गाइडलाइन
UPSRTC
जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाने को कहा गया है. अगर दृश्यता बिल्कुल नहीं है तो वाहन को ढाबा, पेट्रोल पंप, ट्रक ले-बाई जैसे सुरक्षित स्थानों पर रोककर ही खड़ा किया जाए और मौसम साफ होने पर ही आगे बढ़ें. कोहरे में ओवरटेकिंग और लेन बदलने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है.
वाहन चालकों को आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि अचानक ब्रेक लगने की स्थिति में हादसा न हो. रात में वाहन चलाते समय लाइट को लो-बीम पर रखने को कहा गया है, जिससे सामने से आने वाले वाहन चालक को परेशानी न हो.
सभी व्यावसायिक वाहनों में हेडलाइट, टेललाइट, फॉग लाइट, ब्रेक, टायर, वाइपर, बैटरी और हीटिंग सिस्टम की सही स्थिति सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा. साथ ही नियमों के अनुसार वाहनों के आगे और पीछे रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाना जरूरी होगा. तेज चकाचौंध वाली या ओवरहेड लाइट के इस्तेमाल पर रोक रहेगी.
निर्देशों में यह भी साफ किया गया है कि वाहन चलाते समय शराब या किसी नशीले पदार्थ का सेवन न किया जाए. माल और यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग या लटकाकर सवारी बैठाने पर भी रोक रहेगी.
बस अड्डों और सार्वजनिक परिवहन स्थलों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए कोहरे में सावधानी से वाहन चलाने और अधिक कोहरा होने पर वाहन रोकने की लगातार घोषणा की जाएगी. चालकों और परिचालकों के लिए समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित होंगे.
इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर पेट्रोलिंग बढ़ाने, एंबुलेंस, क्रेन और फायर ब्रिगेड की तैनाती, सोलर हाई मास्ट और एंटी फॉग लाइट लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सड़क किनारे खड़े खराब वाहनों को तुरंत हटाने और मौसम विभाग की सूचना के आधार पर समय रहते अलर्ट जारी करने को भी कहा गया है.
जिला प्रशासन, पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई, यूपीड़ा समेत सभी संबंधित विभागों को इन निर्देशों का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है. आम जनता, वाहन मालिकों, बस और ट्रक ऑपरेटरों से भी अपील की गई है कि शीत ऋतु में सड़क पर चलते समय इन नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके.
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विकास कुमार पिछले 20 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। उत्तर प्रदेश की राजनीति पर इनकी मजबूत पकड़ है, विधानसभा, प्रशासन और स्थानीय निकायों की गतिविधियों पर ये वर्षों से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं। विकास कुमार लंबे समय से भारतीय बस्ती से जुड़े हुए हैं और अपनी जमीनी समझ व राजनीतिक विश्लेषण के लिए पहचाने जाते हैं। राज्य की राजनीति पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक भरोसेमंद पत्रकार की पहचान देती है