आईपीएल में एमएस धोनी का आखिरी मुकाबला? टॉस के एक जवाब ने फैंस को किया हैरान!

क्या एमएस धोनी ने आईपीएल में अपना आखिरी मुकाबला खेल लिया? ये सवाल अब हर फैन के दिल-दिमाग में घूम रहा है। चेन्नई सुपर किंग्स के इस सीज़न के निराशाजनक प्रदर्शन और धोनी के बल्ले से न निकलते रन इस चर्चा को और भी गहरा बना रहे हैं। पंजाब के खिलाफ हाल ही में खेले गए मुकाबले के दौरान टॉस पर हुआ एक सवाल और उसका जवाब अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, जब टॉस के समय एमएस धोनी से पूछा गया कि क्या वो अगले सीजन भी खेलते हुए नजर आएंगे, तो उन्होंने बड़े ही हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, "अभी तो ये भी तय नहीं है कि मैं अगला मुकाबला खेल पाऊंगा या नहीं।" धोनी का ये जवाब भले ही मज़ाकिया लहज़े में था, लेकिन उनके फैंस के लिए ये किसी संकेत से कम नहीं था। कई लोग इसे धोनी का अप्रत्यक्ष विदाई संदेश मान रहे हैं।
इस सीज़न चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन उनके स्टैंडर्ड से कहीं नीचे रहा है। टीम टॉप-10 में तो है, लेकिन जिस तरह की उम्मीदें धोनी की कप्तानी से हर बार रहती हैं, वैसा कुछ देखने को नहीं मिला। टीम की बैटिंग लाइनअप पूरी तरह से अस्थिर नजर आई। ओपनिंग में राहुल त्रिपाठी को मौका दिया गया, लेकिन वो कुछ खास नहीं कर सके। रचिन रविंद्र को भी लगातार बैक किया गया, लेकिन उनमें इंटेंट की कमी दिखी।
डेवोन कॉन्वे जैसे खिलाड़ी शुरुआत में खेले और फिर अचानक टीम से बाहर हो गए। समझ ही नहीं आया कि टीम मैनेजमेंट उन्हें किस तरीके से इस्तेमाल करना चाहती थी। ब्रेविस को पंजाब के खिलाफ खिलाया गया और उन्होंने रन भी बनाए, लेकिन सवाल ये रहा कि क्या उन्हें और ऊपर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी? जडेजा से पहले उन्हें भेजना ज्यादा प्रभावी हो सकता था।
Read Below Advertisement
एमएस धोनी खुद बल्ले से इस सीज़न कुछ खास नहीं कर पाए हैं। उनके फैंस जो हर बार उनका हेलीकॉप्टर शॉट देखने के लिए स्टेडियम आते हैं, इस बार मायूस लौटे। ऐसे में कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस यह कहने लगे हैं कि शायद अब समय आ गया है जब धोनी को रिटायरमेंट ले लेना चाहिए।
टॉस पर दिया गया धोनी का जवाब कई सवाल खड़े करता है। क्या वह वाकई अब अगले मैच में नहीं दिखेंगे? क्या ये उनका आखिरी सीज़न है? या फिर ये सिर्फ एक मज़ाकिया पल था जिसे लोग ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से ले रहे हैं?
दूसरी तरफ, अगर सीएसके के भविष्य की बात की जाए, तो रुतुराज गायकवाड़ एक संभावित कप्तान के रूप में सामने आ रहे हैं। उन्होंने जब-जब कप्तानी की है, अपने शांत स्वभाव और सूझ-बूझ से प्रभावित किया है। कई लोग मानते हैं कि अब चेन्नई को नए युग में प्रवेश करना चाहिए और युवाओं को मौका देना चाहिए।
लेकिन इस राय से हर कोई सहमत नहीं है। एमएस धोनी का मैदान पर होना सिर्फ एक कप्तान के तौर पर नहीं, बल्कि एक ब्रांड के तौर पर भी मायने रखता है। उनकी मौजूदगी ही मैदान पर फैंस को खींच लाती है। चाहे वो बैटिंग करें या न करें, लोग उन्हें देखने स्टेडियम आते हैं। ऐसे में अगर धोनी अगला सीज़न नहीं खेलते, तो क्या चेन्नई सुपर किंग्स की फैनबेस को झटका लगेगा?
इस सवाल का जवाब आसान नहीं है। धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई को न सिर्फ कई ट्रॉफी दिलाई, बल्कि एक ऐसी पहचान भी दी जो बाकी टीमों से अलग है। उन्होंने फ्रेंचाइज़ी को एक परिवार की तरह चलाया, खिलाड़ियों को मौके दिए, उन पर भरोसा किया और उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाया।
अब जब करियर के अंतिम पड़ाव पर वो हैं, तो क्या उन्हें खुद से रिटायर हो जाना चाहिए, या फिर टीम मैनेजमेंट को यह निर्णय लेना चाहिए? और क्या रिटायरमेंट की सही टाइमिंग यही है जब टीम का प्रदर्शन नीचे है, या उन्हें एक आखिरी मजबूत सीज़न के साथ विदाई लेनी चाहिए?
फैंस इन सवालों में उलझे हुए हैं। कुछ चाहते हैं कि धोनी एक बार और लौटें, एक और सीज़न खेलें और फिर शानदार विदाई लें। तो कुछ कहते हैं कि अब समय है कि चेन्नई को आगे देखना चाहिए।
धोनी के टॉस पर दिए गए जवाब से चाहे जितने भी कयास लगाए जाएं, लेकिन सच्चाई यही है कि इस खिलाड़ी की विदाई आईपीएल के इतिहास का सबसे भावुक पल होगा। जब भी धोनी आखिरी बार मैदान पर उतरेंगे, वो सिर्फ एक खिलाड़ी का जाना नहीं होगा, वो एक युग का अंत होगा।