सुनील गावस्कर ने लगाया गौतम गंभीर पर 3 करोड़ का आरोप

आखिर उन्होंने कहा क्या है दिक्कत किस बात से उसके बारे में बताएंगे लेकिन सबसे पहले वजह की शुरुआत करते हैं दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी टीम इंडिया ने जीता BCCI ने पुरस्कार का ऐलान कर दिया BCCI ने कहा कि देखिए ₹58 करोड़ दे देता हूं इसमें सब लोग बांट लो कुछ इसका जो डिस्ट्रीब्यूशन होगा कुछ इस तरीके से होगा कि खिलाड़ी और हेड कोच को ₹33 करोड़ मिलेंगे असिस्टेंट कोच और सपोर्ट स्टाफ को ₹50 लाख BCCI अधिकारियों को 25-25 लाख अब इसमें क्या है कि देखिए सपोर्टिंग स्टाफ की रकम जोड़ेंगे और कोच के रकम जोड़ेंगे तो आपको लगेगा इसमें गैप अच्छा खासा हो रहा है ये सारी चीजें हो गई अब इसमें गावस्कर साहब को दिक्कत किस बात से उस पर आ जाते हैं उन्होंने अपने कॉलम में लिखा कि ICC T20 विश्व कप जीतने के बाद तत्कालीन कोच राहुल द्रविड़ ने अपनी टीम के सहयोगी स्टाफ से ज्यादा राशि लेने से इंकार कर दिया था औ कोचिंग स्टाफ को मिलने वाली कुल रकम को सभी के साथ बराबरी से बांटा था
कि भाई मेरा पैसा मैं किसको बांटूं यह मेरा फैसला है जो द्रविड़ ने किया था वो द्रविड़ का निजी फैसला था तो इस किसी के निजी फैसले पर शायद सवाल उठाना यह अपने आप में जायज नहीं है क्योंकि अगर आप देखेंगे IPL 2018 में चलते हैं जहां पर गौतम गंभीर टीम का हिस्सा थे प्रदर्शन अच्छा नहीं गया उन्होंने रकम ही लौटा दी ये निजी फैसला था कोई जरूरी नहीं कि अब किसी और का भी अच्छा फैसला ना जाए तो कह दो कि यार तुम भी पैसा वापस कर दो यानी कि ऐसा नहीं हो सकता तो क्योंकि अब ऐसे में मान लीजिए ऋषभ पंत ₹27 करोड़ पा गए हैं अब पूरे सीजन फ्लॉप रहने तो ये थोड़ी है कि 27 करोड़ वापस कर देंगे बिल्कुल नहीं करेंगे और ना करना भी चाहिए गंभीर ऐसे थे उनको 2018 IPL में अच्छा प्रदर्शन नहीं हुआ उन्होंने फ्रेंचाइजी से पैसे नहीं लिए
ये उनका निजी फैसला था ऐसे ही स्टाफ की बात करें जवाब हेड कोच को 3 करोड़ मिल रहे हैं कोचिंग स्टाफ को अलग पैसे दिए जा रहे हैं तो ये निजी फैसला है जो गंभीर जो द्रविड़ ने किया था अब ये चाहे तो बांट सकते हैं चाहे नहीं बांट सकते अब इसमें सोशल मीडिया पर इसको अलग हिस्सों में इसलिए लिखा जा रहा है क्या गवास्कर जी ने ये जो सवाल उठाया है क्योंकि गंभीर दिल्ली के हैं और कहीं ना कहीं गवस्कर जी का जो पॉइंट ऑफ व्यू होता है जो रुझान होता है वो मुंबई और दिल्ली के खिलाड़ियों को लेकर थोड़ा अलग-अलग होता है तो ये एक अपने आप में नई कॉन्ट्रोवर्सी हो रही है लेकिन इसको देखना पड़ेगा किस तरीके की बातें हैं आपको क्या लगता है कि यह लिखना पूछना जायज है और क्या गंभीर को पुरस्कार की जो राशि मिली हुई है उसमें बांटना चाहिए कमेंट जरूर करें