रोहित शर्मा दुबई में भीड़ के बीच फंसे – क्या कप्तान की सुरक्षा में चूक हुई?

रोहित शर्मा दुबई में भीड़ के बीच फंसे – क्या कप्तान की सुरक्षा में चूक हुई?
Rohit sharma in dubai crowd
दुबई की सड़कों पर अचानक उमड़ी भीड़

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा दुबई की सड़कों पर टहलते हुए अचानक फैंस की भारी भीड़ में घिर गए। उनके साथ टीम इंडिया के फील्डिंग कोच टी. दिलीप तो थे, लेकिन सिक्योरिटी स्टाफ का कोई भी सदस्य उनके आसपास नजर नहीं आया। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे हजारों फैंस हाथों में मोबाइल लिए रोहित शर्मा के चारों ओर जमा हो गए।

कैसे हुआ यह सब?

रोहित शर्मा और टी. दिलीप आराम से दुबई की सड़कों पर वॉक कर रहे थे। लेकिन जैसे ही कुछ फैंस ने उन्हें देखा, देखते ही देखते वहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि रोहित को आगे बढ़ने में भी मुश्किल हो रही थी। यह नजारा चौंकाने वाला था, क्योंकि आमतौर पर भारतीय खिलाड़ियों के साथ कड़ी सुरक्षा रहती है।

क्या सुरक्षा में चूक हुई?

सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर रोहित शर्मा बिना किसी सुरक्षा के कैसे बाहर निकले? भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के लिए सिक्योरिटी प्रोटोकॉल बहुत सख्त होते हैं, खासकर जब वे विदेश में होते हैं। फिर भी, रोहित शर्मा इस तरह भीड़ के बीच अकेले कैसे पहुंच गए?

1. क्या रोहित शर्मा ने खुद सुरक्षा लेने से इनकार किया?

2. क्या टीम इंडिया के सिक्योरिटी मैनेजमेंट ने लापरवाही दिखाई?

3. अगर वहां कोई अप्रिय घटना हो जाती तो जिम्मेदार कौन होता?

दुबई भले ही सुरक्षित जगह हो, लेकिन भीड़ में किसी भी तरह की अनहोनी हो सकती थी। क्रिकेटर्स के लिए ऐसे माहौल में अकेले निकलना किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं कहा जा सकता।

दुबई में सब ठीक रहा, लेकिन क्या हर जगह ऐसा होगा?

दुबई में कानून-व्यवस्था बहुत कड़ी होती है। यहां अपराध की घटनाएं कम होती हैं, लेकिन अगर यही स्थिति भारत, पाकिस्तान या किसी और देश में होती, तो क्या नतीजा अलग हो सकता था? फैंस की दीवानगी कभी-कभी इतनी बढ़ जाती है कि वे क्रिकेटर्स से जबरन सेल्फी लेने की कोशिश करते हैं, उन्हें धक्का-मुक्की कर देते हैं या फिर किसी तरह का नुकसान पहुंचा सकते हैं।

रोहित शर्मा को अब सतर्क रहना होगा

रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। उनकी लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि जब भी वह सार्वजनिक जगहों पर नजर आते हैं, फैंस उनके पीछे भागने लगते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

उन्हें और उनकी टीम को इस घटना से सीख लेनी चाहिए और आगे से बिना सिक्योरिटी के बाहर जाने से बचना चाहिए। आखिर, क्रिकेट सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि फैंस के प्यार और सम्मान से भी जुड़ा है। लेकिन यह भी जरूरी है कि खिलाड़ी अपनी सुरक्षा से कोई समझौता न करें।

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