पक्की खबर: विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया सन्यास, भावुक पोस्ट में जताया धन्यवाद

भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक, विराट कोहली ने आखिरकार टेस्ट क्रिकेट से अपने सन्यास की घोषणा कर दी है। यह खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, फैन्स के दिल टूट गए। भले ही बीते कुछ समय से उनके रिटायरमेंट को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन जब खुद विराट कोहली ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से यह फैसला साझा किया, तो यह बात सच साबित हो गई।
कोहली ने अपने भावुक पोस्ट में लिखा, “14 साल पहले मैंने यह बैगी ब्लू कैप पहनी थी टेस्ट क्रिकेट की और ईमानदारी से कहूं, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस फॉर्मेट में इतना लंबा सफर तय करूंगा।” यह पंक्तियाँ न सिर्फ उनके करियर की झलक देती हैं, बल्कि उनके इस खेल के प्रति जुनून और समर्पण को भी बयां करती हैं।
विराट कोहली ने अपने लंबे पोस्ट में अपने पूरे करियर की भावना को समेटते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया और दिया है। यह सफर आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हर पल को जिया और हर चुनौती को स्वीकार किया। उनका कहना था कि उन्होंने इस फॉर्मेट को सब कुछ दिया और इस खेल ने भी उन्हें बहुत कुछ लौटाया।
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विराट कोहली ने BCCI को पहले ही अपने इरादे बता दिए थे, लेकिन बोर्ड ने उनसे एक बार फिर विचार करने के लिए कहा था। मगर लगता है कि कोहली ने अपने दिल की सुनी और एक सम्मानजनक विदाई का रास्ता चुना। यह आसान फैसला नहीं था, लेकिन शायद सबसे सही भी यही था।
कोहली का टेस्ट करियर: आंकड़ों की नज़र से
कोहली का टेस्ट करियर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने कुल 123 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 9230 रन बनाए। उनका औसत 46 के आसपास रहा। इस दौरान उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए। हालांकि वे 10,000 रन पूरे नहीं कर पाए, लेकिन उनकी उपलब्धियाँ इतनी विशाल हैं कि यह कमी महसूस नहीं होती।
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था और आखिरी टेस्ट 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला। यह 14 वर्षों का लंबा सफर था, जिसमें कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन कोहली हमेशा टीम के केंद्र में रहे।
हालांकि पिछले कुछ सालों से कोहली की फॉर्म में गिरावट देखी जा रही थी। उनके चयन पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन इसके बावजूद उनका टेस्ट क्रिकेट के प्रति जुनून कभी कम नहीं हुआ। यही कारण है कि जब उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा की, तो उनके पोस्ट से भावनाओं की बाढ़ आ गई।
टेस्ट क्रिकेट से कोहली का विदा लेना: एक युग का अंत
विराट कोहली ने सिर्फ एक बल्लेबाज़ के रूप में नहीं, बल्कि एक कप्तान के रूप में भी टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी अगुवाई में भारत ने विदेशों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की — चाहे वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीत हो या इंग्लैंड में टीम का संघर्ष।
टेस्ट क्रिकेट में उनकी आक्रामकता, मैदान पर उनकी ऊर्जा, और जज्बा उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता था। उन्होंने कई बार यह कहा कि टेस्ट क्रिकेट उनके लिए सबसे पवित्र फॉर्मेट है। और यही कारण है कि उनके इस फैसले से करोड़ों फैन्स भावुक हो गए हैं।
कोहली की विदाई के साथ ही एक युग का अंत हुआ है — एक ऐसा युग जिसमें भारत ने विदेशों में जीत की उम्मीद की, हार को स्वीकारना छोड़ा और टेस्ट क्रिकेट को फिर से गर्व के साथ देखा।
क्या अब रोहित शर्मा भी नहीं दिखेंगे?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित शर्मा भी अब टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक बड़े बदलाव की शुरुआत होगी। नए खिलाड़ियों को अब जिम्मेदारी संभालनी होगी और टीम को नई दिशा देनी होगी।
कोहली की नई पारी की शुरुआत
अब जब कोहली टेस्ट क्रिकेट से विदा ले चुके हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि वह किस दिशा में आगे बढ़ते हैं। क्या वह वनडे और टी20 पर ध्यान देंगे? या फिर किसी नई भूमिका — जैसे मेंटरशिप, कोचिंग या कमेंट्री — की ओर बढ़ेंगे? फिलहाल उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है।
लेकिन एक बात तो तय है — विराट कोहली का नाम टेस्ट क्रिकेट में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। उनकी उपलब्धियाँ, उनका जुनून और मैदान पर उनकी मौजूदगी को क्रिकेट फैन्स कभी नहीं भूल पाएंगे।
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से सन्यास भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उन्होंने इस फॉर्मेट को अपनी आत्मा और शरीर दोनों से जिया। उनके बिना टेस्ट क्रिकेट की कल्पना करना मुश्किल है, लेकिन उनके द्वारा बनाया गया मानक आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।
विराट कोहली को उनके शानदार टेस्ट करियर के लिए सलाम।