मंदी की मार के चलते देश का औद्योगिक तंत्र जहां संकट से गुजर रहा है वहीं बेरोजगारी के और बढते जाने की आशंका प्रबल हो गई है। रूपया डालर के मुकाबले लगातार गिर रहा है जो बड़े खतरे की घंटी है। सरकार ने देर से सही जो कदम उठाये हैं उसके प्रभावी क्रियान्वयन पर निगरानी की आवश्यकता है जिससे स्थितियों को संभाला जा सके। बिना मजबूत अर्थ व्यवस्था के हम देश को विकसित नहीं कर सकते। कारोबारियों, शेयर बाजार का भरोसा जीतने के लिये त्वरित कदम उठाने की जरूरत है। वित्त मंत्री को निरन्तर निगरानी बनाये रखनी होगी जिससे स्थितियों को अनुकूल किया जा सके।