आयकर विभाग की पंजाब और हरियाणा में तलाशी अभियान जारी

नयी दिल्ली आयकर विभाग ने पूरे पंजाब और हरियाणा के कई परिसरों को कवर करते हुए तीन प्रमुख कमीशन एजेंट समूहों पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया जिसमें अब तक इन समूहों में कुल 1.70 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी और 1.50 करोड़ रुपये के मूल्य के बेहिसाबी आभूषणों के साथ ही1.50 करोड़ रुपये के मूल्य का बेहिसाबी आटा भी पाया गया है।
लड्डू लिपि में बही खाते (कच्चा खाता बही) पाए गए हैं जो करोड़ों रुपये की विशाल बेनामी संपत्ति को प्रदर्शित करते हैं। एक विशेषज्ञ की सहायता से इन खाता बहियों की व्याख्या की जा रही है। कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बही खातों के समानांतर सेट भी पाए गए हैं जो वार्षिक आधार पर करोड़ोंरुपये की सकल व्यावसायिक प्राप्तियों का छुपाया जाना प्रदर्शित करता है।
ऐसा पाया गया है कि किसानों को कुल मिला कर करोड़ों रुपये तक की नकदी अग्रिम रूप से दी गई है और उन पर 1.5 प्रतिशत से लेकर 3 प्रतिशत तक की मासिक ब्याज दर वसूली जा रही है। ब्याज की प्राप्ति नकदी में की जाती है और उन्हें बही खातों में प्रदर्शित नहीं किया जाता। 9 करोड़ रुपये के बराबर से अधिक के पोल्ट्री व्यवसाय तथा राइस शेलर से संबंधित नकदी खरीद और बिक्री का पता चला है। जालंधर में स्थित एक परिसर से 1.29 करोड़ रुपये की बेनामी खरीद पाई गई है। बेनामी बिक्री के विवरण भी पाए गए हैं।
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स्टील रोलिंग मिल्स में, परिष्कृत वस्तुओं के भंडार में असमानता पाई गई है और कच्चे माल (स्क्रैप) की पड़ताल का काम प्रगति पर है। अभी तक 25 लाख रुपये से अधिक की परिष्कृत वस्तुओं के बेनामी स्टॉक का हिसाब लगाया गया है। अचल संपत्तियों में 3.40 करोड़ रुपये तक के बेनामी निवेश का पता लगाया जा चुका है तथा तलाशी के दौरान कवर की गई संपत्तियों के मालिकों द्वारा इसे स्वीकार भी कर लिया गया है। कुछ परिसरों में पाए गए डिजिटल साक्ष्यों को जब्त कर लिया गया है जिसके विश्लेषण का कार्य प्रगति पर है। तलाशी दल को एक समूह के परिवार के सदस्यों को ब्याज मुक्त ऋण/अग्रिम के रूप में बिजनेस फंड परिवर्तित किए जाने का भी पता चला है।