अमेरिकी गिरावट के बावजूद भारतीय बाजार का धमाका – लगातार छठे दिन तेजी, बैंक निफ्टी ने रचा इतिहास!

भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर से अपनी मजबूती का दमदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया भर के बाजारों को चौंका दिया है। आज का दिन बाजार के लिए ऐतिहासिक रहा, जब अमेरिका से बेहद खराब संकेतों के बावजूद भारतीय बाजारों ने तेजी का सिक्सर जड़ दिया।
लगातार छठे दिन निफ्टी, बैंक निफ्टी, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया। खासकर बैंक निफ्टी ने तो इतिहास रच दिया, जो आज 56,000 के बेहद करीब जाकर 55,961 का ऑल टाइम हाई बना चुका है। यह वह स्तर है जो अब रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया है।
जिस समय अमेरिका में बाजार लगभग 1000 अंकों तक टूट रहा था और Dow Jones करीब 500 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ, उस वक्त भारतीय बाजारों में गिरावट नहीं आई बल्कि मजबूती के साथ खुलकर दिनभर हरे निशान में बने रहे। यही असली ताकत है हमारे बाजार की।
इस ताकत के पीछे सबसे बड़ा हाथ है विदेशी निवेशकों यानी एफआईआई की जबरदस्त खरीदारी का। लगातार चौथे दिन एफआईआई ने भारतीय बाजार में कैश और फ्यूचर्स दोनों सेगमेंट में जोरदार खरीदारी की। इससे बाजार का मोमेंटम बना और निवेशकों में भरोसा बढ़ा।
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आज के बाजार की शुरुआत बेहद मजबूत रही। हालांकि दिन के दौरान थोड़ी सी गिरावट यानी एक डिप जरूर आई, लेकिन बाजार ने जल्दी ही खुद को संभाल लिया। निफ्टी ने 24,075 के आसपास सपोर्ट लिया और वहां से फिर 24,250 तक का हाई बनाया।
दिन के अंत में निफ्टी हल्की बढ़त के साथ करीब 40 अंकों की मजबूती में बंद हुआ। वहीं, बैंक निफ्टी ने 350 अंकों की जबरदस्त तेजी दिखाई। दिनभर 55,250 के आसपास सपोर्ट बना रहा और ऊपर में 55,950 की रेंज को टेस्ट किया। इस रेंज में ही कारोबार हुआ।
मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में भी निवेशकों की दिलचस्पी देखने को मिली। लगातार बढ़ती खरीदारी के चलते ब्रॉडर मार्केट में अब निवेशकों की भागीदारी और उत्साह साफ झलकने लगा है। दिग्गज शेयरों में हल्का-फुल्का उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिला, लेकिन कुल मिलाकर मिड कैप और स्मॉल कैप सेगमेंट ने भी दमदार प्रदर्शन किया।
यह तेजी सिर्फ भारतीय निवेशकों को ही नहीं बल्कि ग्लोबल मार्केट्स को भी भारतीय बाजार की ताकत दिखा गई। जब अमेरिका जैसे बड़े बाजार गिरावट में हों और भारत मजबूती से खड़ा रहे, तो यह एक बहुत बड़ा संकेत होता है कि भारतीय इकोनॉमी और बाजार अब पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर और मजबूत हो चुके हैं।
हां, Dow Futures और Nasdaq Futures ने भी थोड़ा सपोर्ट जरूर किया क्योंकि वे दिनभर मजबूती में बने रहे, लेकिन अमेरिकी बाजार जितने गिरे उसके मुकाबले में भारतीय बाजार बहुत ही कम प्रभावित हुए।
इस पूरी तेजी ने साफ दिखा दिया कि भारतीय बाजार अब सिर्फ ग्लोबल संकेतों पर निर्भर नहीं हैं। एफआईआई की खरीदारी, बेहतर आर्थिक संकेत, नतीजों की स्थिरता और मजबूत घरेलू मांग इन सबकी वजह से भारतीय बाजार दुनिया भर में सबसे अलग और मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं।
कुल मिलाकर, आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए ऐतिहासिक रहा। न सिर्फ बैंक निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया बल्कि पूरी मार्केट ने यह साबित कर दिया कि जब हौसले बुलंद हों और फंडामेंटल्स मजबूत हों, तो कोई गिरावट टिक नहीं सकती।