Gold की Golden Race जारी: 10 ग्राम ज्वेलरी पर अब 1 लाख से ऊपर की कीमत, हर शहर में मचा हड़कंप!

सोने की चमक अब लोगों की आंखों को चकाचौंध कर रही है, लेकिन इस बार यह चमक जेबों पर भारी पड़ रही है। एमसीएक्स पर गोल्ड का भाव 99,000 रुपये के पार पहुंच चुका है, वहीं ग्लोबल मार्केट में यह $3500 की रिकॉर्ड ऊंचाई पार कर चुका है। गोल्ड की ये रफ्तार अब आईपीएल मैच जैसी हो गई है—हर सेकंड कुछ नया, कुछ चौंकाने वाला।
सोने की कीमतों में लगातार हो रही बेतहाशा तेजी ने आम खरीदारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अब अगर कोई ज्वेलरी खरीदने निकल रहा है, तो उसे पहले से ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। एक आम आदमी के लिए 10 ग्राम सोने की ज्वेलरी खरीदना अब सपने जैसा लग सकता है क्योंकि यह ₹1 लाख से भी ज्यादा का सौदा बन गया है।
एमसीएक्स पर 24 कैरेट गोल्ड का रेट ₹99,300 के पार जा चुका है। ज्वेलरी आमतौर पर 22 कैरेट या 18 कैरेट में बनाई जाती है, इसलिए आम खरीदारों के लिए ये रेट और भी अहम हो जाता है। उदाहरण के लिए कोलकाता में 22 कैरेट गोल्ड का रेट ₹90,750 है। इसमें अगर आप 10% का मेकिंग चार्ज जोड़ें तो यह ₹99,825 हो जाता है। इसके ऊपर 3% जीएसटी जोड़ने पर कुल कीमत ₹1,02,820 हो जाती है। यानी केवल 10 ग्राम ज्वेलरी के लिए अब 1 लाख से ऊपर चुकाना पड़ रहा है।
18 कैरेट गोल्ड की बात करें तो कोलकाता में इसका रेट ₹74,965 है। 10% मेकिंग चार्ज और 3% जीएसटी जोड़ने के बाद कुल कीमत ₹84,935 तक पहुंच रही है। वहीं दिल्ली में 22 कैरेट गोल्ड की ज्वेलरी की कीमत ₹1,02,820 है जबकि 18 कैरेट की ₹84,935 के आसपास। बेंगलुरु में यह भाव 22 कैरेट के लिए ₹1,03,520 और 18 कैरेट के लिए ₹84,397 तक जा चुका है। मुंबई में 22 कैरेट गोल्ड का रेट ₹91,260 है और सभी चार्ज मिलाकर इसकी कीमत ₹1,03,398 के करीब बैठ रही है।
Read Below Advertisement
अब सवाल यह उठता है कि आखिर गोल्ड की कीमतें इतनी तेजी से क्यों बढ़ रही हैं? इसका सबसे बड़ा कारण है ग्लोबल टेंशन। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर ने बाजार में खलबली मचा दी है। अमेरिका ने चीन से कच्चे तेल का 90% इंपोर्ट रोक दिया है और अब कनाडा जैसे देशों से क्रूड मंगवा रहा है। इससे दुनियाभर में तनाव का माहौल है और निवेशक गोल्ड को एक सुरक्षित ठिकाना मान रहे हैं।
इसके अलावा डॉलर इंडेक्स भी 3 साल के निचले स्तर पर है जिससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड ETF—SPDR गोल्ड ट्रस्ट—अब 100 बिलियन डॉलर की होल्डिंग पार कर चुका है। ये सब संकेत दे रहे हैं कि गोल्ड का मार्केट अभी भी बेहद मजबूत है। लेकिन जानकारों का कहना है कि बाजार में एक ‘पैनिक बायिंग’ की स्थिति बन गई है और कभी भी उतार देखने को मिल सकता है।
इसलिए ऐसे माहौल में जहां भाव लगातार रिकॉर्ड बना रहे हैं, सतर्क रहना बेहद जरूरी है। सोने में निवेश करना है या ज्वेलरी खरीदनी है—दोनों ही मामलों में अब सोचना पड़ेगा कि यह सही समय है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि गोल्ड अब सिर्फ एक धातु नहीं, एक इमोशन बन चुका है—जो आजकल लोगों की धड़कनें बढ़ा रहा है।