3000 करोड़ की बड़ी डील पूरी: Hindustan Unilever ने स्किन केयर मार्केट में बढ़ाया दबदबा!

भारतीय एफएमसीजी दिग्गज Hindustan Unilever (HUL) ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए एक नई कंपनी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इस डील के जरिए कंपनी ने अपने स्किन केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स सेगमेंट को और मजबूत किया है। लगातार बढ़ते ऑनलाइन ब्यूटी मार्केट को ध्यान में रखते हुए HUL जैसी कंपनियां अब छोटे-छोटे ब्रांड्स को खरीदकर अपने पोर्टफोलियो को विस्तार देने में जुट गई हैं।
इस लेटेस्ट एक्विजिशन में HUL ने Aspirational Science नाम की एक कंपनी का अधिग्रहण लगभग ₹3000 करोड़ में किया है। कंपनी ने इस डील में लगभग 90.5% हिस्सा खरीदा है, जिसके लिए उन्होंने करीब ₹2700 करोड़ का भुगतान भी कर दिया है। यह कदम ना सिर्फ HUL के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत करेगा, बल्कि इसे नए बाजारों में विस्तार का मौका भी देगा।
एफएमसीजी सेक्टर में क्यों हो रही हैं इतनी डील्स?
FMCG सेक्टर में पिछले कुछ समय से M&A (Merger and Acquisition) एक्टिविटी तेज़ी से बढ़ रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि कई बड़ी कंपनियां छोटे-छोटे इनोवेटिव ब्रांड्स को खरीद रही हैं, जो खासतौर पर ई-कॉमर्स पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
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HUL का यह अधिग्रहण भी इसी दिशा में एक कदम है, जिससे यह कंपनी तेजी से बदलते कंज्यूमर बिहेवियर और डिजिटल शॉपिंग ट्रेंड्स के साथ तालमेल बिठा सकेगी।
क्या है Aspirational Science कंपनी?
Aspirational Science एक तेजी से उभरती हुई ब्यूटी और स्किनकेयर कंपनी है जो साइंटिफिक बेस्ड प्रोडक्ट्स ऑफर करती है। इनका फोकस इनोवेशन और डेटा-बेस्ड फॉर्मूलेशन पर है। यह कंपनी खासकर युवा उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय है, जो सोशल मीडिया के जरिए ऐसे प्रोडक्ट्स से जुड़ते हैं।
HUL का मानना है कि Aspirational Science का अधिग्रहण उन्हें स्किन केयर और ब्यूटी के प्रीमियम सेगमेंट में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
शेयर बाजार में क्या था असर?
इस डील की खबरों के बाद HUL के शेयर पर भी हलचल देखने को मिली। हालांकि कंपनी के शेयर में तत्काल कोई बड़ा उछाल नहीं दिखा, लेकिन टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार, शेयर ₹2400 के स्तर पर रुकावट का सामना कर रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक ये ₹2400 decisively पार नहीं करता, तब तक बड़ी तेजी की उम्मीद थोड़ी कठिन है।
यदि शेयर गिरावट के दौरान ₹2280 के आसपास मिलता है, तो निवेशक इसमें खरीदारी कर सकते हैं। इसके लिए स्टॉप लॉस ₹2250 रखा जा सकता है और पहला टारगेट फिर से ₹2400 हो सकता है। अगर यह लेवल पार हो जाए तो अगला लक्ष्य ₹2600 भी हो सकता है।
बड़ा प्लेयर्स कर रहे हैं छोटे ब्रांड्स को कंसोलिडेट
एक बात साफ है – अब FMCG मार्केट में कंसोलिडेशन का दौर शुरू हो चुका है। जहां पहले छोटे ब्रांड्स बड़े ब्रांड्स को चुनौती दे रहे थे, अब वहीं ब्रांड्स खुद बड़े FMCG दिग्गजों का हिस्सा बनते जा रहे हैं।
HUL, ITC, Marico, Emami – ये सभी कंपनियां अब इनोवेशन और डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर सेगमेंट में पीछे नहीं रहना चाहतीं। यही वजह है कि एक के बाद एक एक्विजिशन की खबरें सामने आ रही हैं।
Hindustan Unilever का यह नया अधिग्रहण बताता है कि कंपनी भविष्य के लिए कितनी रणनीतिक रूप से तैयार है। Aspirational Science जैसी इनोवेटिव कंपनी को जोड़कर HUL ने साफ कर दिया है कि उसका अगला फोकस ई-कॉमर्स और प्रीमियम सेगमेंट होगा।
अब देखना होगा कि ये अधिग्रहण आने वाले महीनों में कंपनी के रेवेन्यू और ग्रोथ को किस हद तक प्रभावित करता है।