Indian Railway News: पूर्वोत्तर रेलवे की मेन लाइन लखनऊ-गोरखपुर का मगहर रेलवे स्टेशन जंक्शन बन जाएगा. दरअसल, इस स्टेशन से वाई कनेक्शन के तौर पर सहजनवां-दोहरीघाट रेलवे लाइन से जुड़ जाएगी. इससे वाराणसी से सहजनवां-दोहरीघाट रेलवे लाइन होकर आने वाली ट्रेनों को गोरखपुर जंक्शन पहुंचने के लिए दिशा नहीं मोड़नी होगी. पहले वाई कनेक्शन के जरिए वाराणसी से छपरा जाने वाली ट्रेनों के लिए भटनी जंक्शन पर अलग रूट बनाया जाता था. अब यही फार्मूला सभी स्टेशनों पर लागू होगा, जहां गाड़ी के दिशा परिवर्तन की समस्या होती थी.
फिलहाल सहजनवां से दोहरीघाट तक बिछाई जाने वाली रेलवे लाइन से लखनऊ से ट्रेनों का सीधा आवागमन होगा, लेकिन अगर ट्रेन को गोरखपुर की तरफ मोड़ना है तो इसके लिए पहले ट्रेन को सहजनवां स्टेशन पर रोकना होगा, उसके बाद इंजन की दिशा बदलकर उसे दोहरीघाट की तरफ मोड़ना होता है. इस प्रक्रिया में कम से कम 20 मिनट का समय और कई अतिरिक्त कर्मचारियों की जरूरत होगी. इसके अलावा ट्रेन को रोकने और इंजन को आगे-पीछे करने के लिए दो लाइनों की जरूरत पड़ेगी. इस दौरान स्टेशन की उस लाइन पर दूसरी ट्रेनों का आवागमन बाधित रहेगा. चूंकि, सहजनवां स्टेशन लखनऊ-गोरखपुर के बेहद व्यस्त रूट पर है, इसलिए करीब आधे घंटे तक लाइन को व्यस्त रखने से दूसरी ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा. इसीलिए तय किया गया है कि जो नई लाइन बिछाई जाएगी, उसके साथ ही सहजनवां से मगहर के बीच वाई कनेक्शन के तौर पर एक अतिरिक्त लाइन बिछाई जाएगी. इस लाइन पर आने वाली ट्रेन गोरखपुर जंक्शन की तरफ मुड़ जाएगी. इससे न तो इंजन मोड़ना पड़ेगा और न ही ट्रेन को वहां अतिरिक्त समय के लिए रोकना पड़ेगा.
एनईआर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है कि पहले कई ऐसी लाइनें थीं, जिन पर ट्रेन चलाने के लिए इंजन की दिशा बदलनी पड़ती थी. इसलिए अब जो भी नई लाइन बिछाई जा रही है, उसमें इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि इंजन को पलटने की जरूरत न पड़े. सहजनवां-दोहरीघाट रेल लाइन के लिए भी यह व्यवस्था की गई है कि इंजन वाई कनेक्शन से सीधे गोरखपुर की ओर जाए. इससे श्रम और समय दोनों की बचत होगी. इसके लिए बजट भी स्वीकृत हो गया है.