छठ पर्व पर बस्ती में 34 साल से चल रहा ये अनोखा शिविर, जानिए कैसे करता है बिछड़ों को मिलाने का काम
अमहट घाट पर शनिवार को शिविर का उद्घाटन करते हुये होम्योपैथ के वरिष्ठ चिकित्सक डा. वी.के. वर्मा ने कहा कि छठ पर्व में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देेने के समय जिस प्रकार से हजारों परिवार जुटते हैं ऐसे में यहां शिविर आवश्यक हो गया था। जय प्रकाश गोस्वामी की पहल सराहनीय है।
वरिष्ठ साहित्यकार डा. राम कृष्ण लाल ‘जगमग’ ने कहा कि खोया पाया माध्यम शिविर से छठ पर्व में आये लोग अपने खोये परिजनों, बच्चों को सहजता से प्राप्त कर सकेंगे। कहा कि जय प्रकाश गोस्वामी द्वारा खोया पाया शिविर संचालन एक अच्छी पहल है. इससे बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाना आसान हो जाता है।
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भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थ शंकर मिश्र ने कहा कि खोया पाया शिविर की जरूरत हमेशा बनी रहेगी, पिछले 34 वर्षो से जय प्रकाश गोस्वामी द्वारा खोया पाया शिविर का अनवरत संचालन एक उपलब्धि है. बिछड़ों को मिलाना पुनीत कार्य है।
यह भी पढ़ें: बस्ती में कुआनो आरती की भव्य छटा: हजारों दीपों से जगमगाया अमहट घाट, गूंजे हर-हर महादेव के जयकारेशिविर संचालक जय प्रकाश गोस्वामी ने कहा कि जितना संभव होगा चाहे जितनी कठिनाईयां आयें शिविर का संचालन अनवरत जारी रहेगा। किसी के खोये हुये बच्चे को उसके परिवार से मिलाने पर खुशी मिलती है।
शिविर के उद्घाटन अवसर पर मुख्य रूप से राजेश चित्रगुप्त, रोली सिंह, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव, अनुराग शुक्ल, अनिल मौर्य, कैलाशनाथ श्रीवास्तव, देवस्य मिश्र, महेन्द्र तिवारी, अजय श्रीवास्तव, दिनेश पाण्डेय, शरद सिंह रावत, सी.ए. अजित चौधरी, नवीन पाल, वृजेश मिश्र, आलोक सिंह ‘अंशू’, महेन्द्र प्रताप चौधरी, श्रद्धेय पाल, मनमोहन श्रीवास्तव ‘काजू’ रविशंकर शुक्ल, प्रिन्स शुक्ल, परमेश्वर शुक्ल ‘पप्पू’ राजेश्वर तिवारी, मनोज यादव, बब्लू तिवारी, प्रभात सोनी, शिब्लू पाण्डेय, राम अधार पाल, विश्वनाथ जायसवाल, सन्तोष पाल, दिलीप पाण्डेय, गोविन्द पाण्डेय, विजय प्रकाश गोस्वामी आदि शामिल रहे.
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