भाकियू ने किसान आन्दोलन के 6 माह पूरा होने पर मनाया काला दिवस, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

हाथों पर बांधा काली पट्टी, पुतला फूंककर किया तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग

भाकियू ने किसान आन्दोलन के 6 माह पूरा होने पर मनाया काला दिवस, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
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-भारतीय बस्ती संवाददाता-
बस्ती. राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर किसान आन्दोलन के 6 माह की अवधि पूरा होने पर भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियो ने बुधवार को   काला दिवस मनाया. भाकियू  पदाधिकारियों, किसानों, मजदूरों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाध्यक्ष  जयराम चैधरी के नेतृत्व में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर को सौंपा.

उप जिलाधिकारी सदर के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में तीनों कृषि कानूनों को समाप्त किये जाने, एम.एस.पी. को कानूनी गारण्टी देने, बढ़े हुये बिजली, डीजल, पेट्रोल, व रसोई गैस के दाम को वापस लिये जाने, बंद पड़ी  वाल्टरगंज, बस्ती चीनी मिल को अधिग्रहीत कर चलाये जाने, बकाया गन्ना मूल्य मुण्डेरवा, वाल्टरगंज, अठदमा, व बभनान मिलांें पर बकाया  गन्ना मूल्य भुगतान व्याज सहित उपलब्ध कराये जाने, 60 वर्ष या उससे ऊपर के सभी किसानों को जीवन यापन हेतु चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पेंशन के बराबर पेंशन राशि दिलाये जाने की मांग शामिल है. 

जिलाध्यक्ष  जयराम चैधरी ने बताया कि राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर समूचे जनपद के अधिकांश गांवों, कस्बों में काला दिवस मनाया गया. लोगों ने अपने हाथों में काली पट्टी और वाहनों पर काले झण्डे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. बताया कि बनकटी, रूधौली, सल्टौआ, हर्रैया, गौर सहित अनेक स्थानों पर केन्द्र सरकार का पुतला बनाकर उसे फंूका गया. लोग तीन कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग कर रहे थे. 

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ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से त्रिवेनी चैधरी, दिवान चन्द पटेल, राम सुरेमन, सतिराम, राममहिपत, वृजेश पटेल, इरफान, जीतनरायन आदि शामिल रहे. 

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