बस्ती में आयोजित एलुमनी मीट प्रोग्राम में पूर्व प्रशिक्षुओं ने साझा किए अनुभव

डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने पुरातन छात्र एवं वर्तमान डीएलएड प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती छात्र किसी भी संस्था की नींव होते हैं। जब भी वे मिलते हैं, तो उनके चेहरों पर प्रसन्नता की एक अलग ही चमक दिखती है। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र संस्था को आगे बढ़ाने और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों के विद्यालयों में ई-लर्निंग, शैक्षिक गुणवत्ता एवं सभी प्रकार के एप्लिकेशन के प्रयोग से शिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने और पुरातन शिक्षकों के अनुभवों से प्रशिक्षुओं को सीख लेने की प्रेरणा की बात कही।कार्यक्रम के नोडल प्रवक्ता वंदना चौधरी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी पूर्व प्रशिक्षु के मिलन समारोह के साथ-साथ वर्तमान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं को उनके मार्गदर्शन एवं अनुभव से अवगत कराना भी है। डायट प्राचार्य ने पुरातन छात्रों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
डायट प्रवक्ता डॉ गोविन्द प्रसाद, डॉ ऋचा शुक्ला, वर्षा पटेल, सरिता चौधरी, कल्याण पाण्डेय, अलीउद्दीन, डॉ रविनाथ, कुलदीप चौधरी, मो इमरान खान, अमन सेन, शशि दर्शन त्रिपाठी आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। प्रशिक्षु सृष्टि, आकांक्षा सिंह, आकांक्षा पाण्डेय, निशु, तनु सिंह, महिमा पाण्डेय, दीप्ति पाण्डेय, प्रियंका यादव, सौम्या, साक्षी यादव, सौम्या, नीलम, अजय, अमरेंद्र, सौरभ कनौजिया, ज्ञानेंद्र, ज्ञान प्रकाश आकाश आदि मौजूद रहे।
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