Basti: फातिमा हॉस्पिटल ने दिया सफाईः परिजनों की सहमति से निकाली गई प्रसूता की बच्चेदानी

परिवारजनों की लिखित सहमति से सिजेरियन ऑपरेशन किया गया जिससे प्रसूता की जान बच गई. अत्यधिक खून बहने के कारण प्रसूता की बच्चेदानी को परिजनों की सहमति निकालना पड़ा. इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी ने प्रकरण में जाच किया जिसमें फातिमा हास्पिटल एण्ड मैटरनिटी सेन्टर कटरा पतेलवा को निर्दाेष बताते हुये प्रकरण निक्षेपित कर दिया गया है.
फातिमा हॉस्पिटल के डायरेक्टर ताहिर यजदानी ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण रीता पाल की जान बचाने हेतु चिकित्सकीय टीम ने आपातकालीन निर्णय के तहत बच्चेदानी निकालने का कदम उठाया, जो चिकित्सा विज्ञान की दृष्टि से सही और आवश्यक था. इस प्रक्रिया में चिकित्सा मानकों का पूरा पालन किया गया.
ऐसा लग रहा है कि मेवालाल कुछ लोगों के बहकावे में आकर आर्थिक लाभ की नीयत से षड़यंत्र कर रहा है और धरना, प्रदर्शन, आत्मदाह आदि की चेतावनी दे रहा है. ताहिर यजदानी ने कहा कि मेवालाल की पत्नी रीता पाल के आपरेशन मामले में चिकित्सकों के द्वारा कोई गल्ती नहीं की गई है. यदि मेवालाल ने हॉस्पिटल की छवि धूमिल करने का प्रयास जारी रखा तो बाध्य होकर उसके विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी.