Basti News: मेडिकल कालेज की डॉक्टर की गलती से खतरे में पड़ी महिला की जान, जाना पड़ा लखनऊ और फिर...

सम्बंधित अधिकारियों को भेजे रजिस्टर्ड पत्र में पंकज ने कहा है कि उन्होने अपनी पत्नी पूनम उम्र 30 वर्ष को बच्चेदानी के ऑपरेशन कराने हेतु डॉक्टर शिवागी को गत 18 अप्रैल 2023 दिखाया, डॉक्टर शिवांगी चौधरी द्वारा समस्त जाचों को कराते हुए 19 अप्रैल 2023 को ऑपरेशन किया गया. 26 अप्रैल 2023 तक डॉक्टर शिवांगी चौधरी की देखरेख में इलाज हुआ. डॉक्टर शिवांगी चौधरी के कहने पर चिकित्सक द्वारा टाका काटा गया तथा उनके द्वारा कहा गया कि आपका टाका सही है और आप घर जा सकती हैं . वह घर जाने की तैयारी कर ही रही थी. तभी उसके पेट से बदबूदार रिसाव आने लगा. डॉक्टर शिवांगी चौधरी द्वारा पुनः ऑपरेशन किया गया और बताया गया कि इनके पेट से लगभग दो लीटर से ज्यादा पस निकला है और काफी मात्रा में इंफेक्शन फैल गया है ऐसे में पूनम को भर्ती रहना पड़ेगा, 12 मई 2023 को फिर से पूनम को डिस्चार्ज किया गया तथा कहा गया कि पूनम पूरी तरीके से स्वस्थ है और वह घर जा सकती है डॉक्टर शिवाजी चौधरी द्वारा दवाइयों को लिखते हुए डिस्चार्ज किया गया. 18 मई पूनम के पेट में दर्द होने के कारण डॉक्टर शिवांगी चौधरी को दिखाया उनके द्वारा दवा लिखकर कहा गया कि टाका सूख रहा है. इसलिए दर्द हो रहा है यह दर्द लगभग 3 महीने तक होगा बाद में धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा.
उसे दर्द बना रहा तो 21 मई को केयर डायग्नोस्टिक सेंटर, रानी लक्ष्मी कॉम्प्लेक्स में अल्ट्रासाउंड करवाया गया. अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर ने बताया कि पूनम के पेट में अभी भी इफेक्शन है. उनके द्वारा कहा गया कि जिस डॉक्टर ने आप का ऑपरेशन किया है उनको एक बार दिखा लीजिये.
पूनम की स्थिति बिगड़ती जा रही थी तो उसे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के लिए रेफर कर दिया जहां पूनम का इलाज जारी है और उसकी किसी तरह से जान बची. पंकज ने पत्र में कहा है कि डा. शिवांगी चौधरी ने उनके पत्नी के इलाज में घोर लापरवाही किया और उसकी जान भी जा सकती है. किसी और मरीज के साथ ऐसी घटना न हो इसलिये उनके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर दण्डित किया जाय.
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