
Nikay Chunav 2023: बस्ती में आरक्षण सूची के बाद सरगर्मी, बदल गए कई समीकरण, सामने आए नए प्रत्याशी
-बस्ती की आरक्षण सूची आते ही सोशल मीडिया पर नए प्रत्याशियों के नाम तैरे
- नगर पालिका और नगर पंचायतों की लड़ाई हुई दिलचस्प
-भानपुर फिर बना चर्चा का विषय
Basti Nagar Palika Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की रुकी हुई प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गई है. गुरुवार को नगर विकास विभाग द्वारा नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों की आरक्षण सूची जारी कर दी. जिन नगर निकायों में बदलाव किए गए हैं, वहां की राजनीति में एक बार फिर हलचल देखी जा रही है.
बस्ती की बात करें तो यहां नगर पालिका का अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित किया गया है. नगर विकास विभाग द्वारा आरक्षण की अनंतिम सूची जारी किए जाने के बाद बस्ती में कई महिला प्रत्याशियों का नाम सोशल मीडिया पर सामने आने लगा. हालांकि अभी तक किसी ने भी अपने नाम की न तो खुद पुष्टि की और न ही उनके दल ने.
आरक्षण की नई नियमावली आने के बाद बस्ती जिले में कई लोगों को मानों राजनीतिक संजीवनी मिल गई है. सिर्फ बस्ती नगर पालिका ही नहीं 9 नगर पंचायतों में भी आरक्षण की नई सूची आई है.
नगर पंचायतों का क्या है हाल?
नई सूची में बनकटी नगर पंचायत को अनुसूचित जाति महिला, गायघाट नगर पंचायत को अनुसूचित जाति, नगर बाजार नगर पंचायत को महिला, मुंडेरवा नगर पंचायत को पिछड़ावर्ग के लिए आरक्षित किया गया है.
इसके अलावा कप्तानगंज नगर पंचायत अनारक्षित, हर्रैया नगर पंचायत अनारक्षित, गणेशपुर नगर पंचायत पिछड़ा वर्ग महिला और बभनान बाजार नगर पंचायत को अनारक्षित के लिए आरक्षित किया गया है.
भानपुर फिर बना चर्चा का विषय
नई आरक्षण सूची में भानपुर नगर पंचायत का नाम नहीं था जिसको लेकर लोगों में चर्चा बनी रही. दरअसल पुरानी आरक्षण सूची में भी भानपुर नगर पंचायत का नाम नहीं था. दरअसल, भानपुर को नगर पंचायत बनाने का मामला कोर्ट में है जिसकी वजह से उसका नाम फिलहाल आरक्षण सूची में नहीं हैं.
बनने लगे नए समीकरण
नई आरक्षण सूची के बाद बस्ती में एक ओर जहां राजनीतिक सरगर्मी बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर तमाम समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि मतदाताओं का मूड किस ओर करवट लेता है.
इतना ही नहीं अब इस बात की भी चर्चा जोर पकड़ रही है कि महिला सीट होने के बाद भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी किसे मौका देगी. वहीं यह भी चर्चा हो रही है जो प्रत्याशी निर्दलीय लड़ने के बार में सोच रहे थे क्या अब वो पत्नियों के सहारे मैदान में उतरेंगे.
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