यूपी के इस जिले में मिला खजाना, किसानों की जमीने हुई महंगी
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प्रदेश के गांवों मैं तेल और प्राकृतिक गैस के संभावित भंडार मिलने की खबर स्थानीय लोगों में खुशी की लहर छा चुकी है क्षेत्र में स्थित इस गांव में भारतीय तेल और गैस निगम ने खुदाई करवाना शुरू कर दिया है.
गांव की जमीनों के अंदर मिला खजाना
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक गांव के नीचे संपत्ति का भंडार मिलने की संभावना जताई गई है इस खबर को लेकर पूरे गांव में सनसनी फैल चुकी है यह पूरा मामला उसे वक्त का है जहां सागरपाली स्थित रटूटचक के इर्द-गिर्द इलाकों में ओएनजीसी की कई माह से खुदाई का कार्य करवाया जा रहा है ओएनसीजी का पूरा दवा है कि इस गांव के जमीन के नीचे कच्चे तेल का अपार भंडार छुपा हुआ है जैसे-जैसे यहां पर खुदाई की जा रही है इसके अंदर की खनिज पदार्थ मिलने की संभावना और मजबूत होता जा रहा है स्थानीय लोगों के लिए यह राहत की खबर सामने आ चुकी है
यहां दो से तीन साल पहले की बात है कि सागर पाली गांव में ओएनजीसी के इंजीनियर यहां पर आए हुए थे और यहां के आसपास जमीन पर खुफिया तरीके से निरीक्षण करके दिन प्रतिदिन चले जाते थे. यह लगभग कई माह का मेहनत और जांच रिसर्च के बाद ओएनजीसी के इंजीनियर चिंटू पांडे के खेत में 6.5 एकड़ जमीन की गहनता से निरीक्षण करवाया गया जांच के तत्पश्चात पूरा होने के बाद कुछ दिनों में कंपनी उनके परिवार को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा था कि उनकी जमीन को सालाना 10 लाख रुपया किराया दिया जाएगा इसको लेकर चिंटू पांडे और उनके परिवार इस प्रस्ताव को बड़ी आसानी से सहमति दर्ज कर दिया.
इंजीनियर एक्सपर्ट का पूरा दावा, जाने पूरा इतिहास
अभी भी इनका निरीक्षण कार्य इस गांव की जमीन पर जारी है जमीन किराए पर लेने के तुरंत बाद खुदाई का कार्य शुरू करवा दिया गया एक सर्वे के मुताबिक बताया गया की जमीन के 3000 मीटर नीचे कच्चे तेल का आशंका व्यक्त किया गया है एक गांव में तेल की तलाश में ग्रामीणों की जिंदगी में नई बाहर लेकर आ गया इंजीनियर ने कई दिनों तक इस पर रिसर्च किया. इस गांव की जमीन पर दिन-रात खुदाई का कार्य जारी रहता है बड़ी-बड़ी मशीने डिजिटल तरीके से गांव के इस जमीन को खोदते खोदते अंदर तक पहुंच रही है और उम्मीद की जा रही है
3000 मीटर की गहराई पर कच्चा तेल अवश्य प्राप्त होगा यह इंजीनियर का बड़ा दावा है. इसी बीच अधिकारियों का भी कहना है काम बहुत ही सतर्कता से और बहुत तेजी से करवाया जा रहा है और हम अपने लक्ष्य की तरफ लगातार बढ़ रहे हैं और इन दिनों के अंत तक बोरिंग पूरी होने की संभावना जताई गई है. हालांकि तेज की खोज अब पूरे प्रक्रिया को गांव का माहौल परिवर्तन कर दिया है ओएनसीजी कि अब मौजूदगी के बाद इस क्षेत्र की जमीन अब बेहद कीमती मानी जा रही है किसान अब अपनी जमीन बेचने के लिए तैयार नहीं है यह पूरा मामला अभी-अभी आ चुका है किस किसी भी तरीके से अपनी खेत की जमीन क्रय नहीं करेंगे.