यूपी के इस रेलवे स्टेशन से संचालन शुरू, यह ट्रेन अप्रैल तक रहेंगी कैंसिल
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खुला प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन
प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से प्रमुख रूप से अयोध्या, जौनपुर, लखनऊ रूट की ट्रेन चलाई जाती हैं। यह उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का टर्मिनल स्टेशन है। 2019 में इस रेलवे स्टेशन को पनुर्विकसित कर प्रयाग घाट से प्रयागराज संगम के रूप में भव्य आकार दिया गया था। यह स्टेशन संगम तट का सबसे नजदीकी स्टेशन है। तीर्थयात्री पर्यटन करने वालों के अलावा शहरी व प्रयागराज में रहकर तैयारी करने वाले पूर्वांचल के छात्रों के लिए भी यह स्टेशन आवागमन का सबसे बेहतर साधन उपलब्ध कराता है। दारागंज स्थित प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन 28 फरवरी की रात 12 बजे के बाद यात्रियों के लिए खोल दिया गया। इसी के साथ यहां से ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। नौ फरवरी को महाकुम्भ के श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के बाद से संगम स्टेशन को 28 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया था। 15004 चौरीचौरा 26 अप्रैल से तीन मई और वापसी में 15003 चौरीचौरा 27 अप्रैल से चार मई को निरस्त रहेगी। वहीं 22549-50 गोरखपुर-प्रयागराज 27 अप्रैल से दो मई तक निरस्त रहेगी। वहीं ट्रेन नंबर 02569 दरभंगा-नई दिल्ली 12 अप्रैल से तीन मई, ट्रेन नंबर 02563 बरौनी-नई दिल्ली 12 अप्रैल से तीन मई, 02564 नई दिल्ली-बरौनी 12 अप्रैल से दो मई, ट्रेन नंबर 02570 नई दिल्ली दरभंगा 13 अप्रैल से तीन मई तक प्रयागराज होकर नहीं चलेगी। महाकुंभ मेला समाप्त होने के बाद आग लगने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। जबकि कल्पवासियों व अखाड़ों के लौटने के बाद टेंट खाली हो चुके हैं। शुक्रवार दोपहर सेक्टर नंबर सात स्थित खाली टेंट में आग लग गई। देखते-देखते दूसरा टेंट भी आग की चपेट में आ गया। मौके पर पहुंचे फायरकर्मियों ने आग पर काबू पाया। इसके अलावा इसी सेक्टर में दूसरी जगह भी एक खाली टेंट में आग लगी। वहां भी फायरकर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी महाकुंभ प्रमोद शर्मा ने बताया कि मेला क्षेत्र में अब टेंट खाली हैं। आशंका है कि किसी ने जलती बीड़ी या सिगरेट वहां फेंक दियाए जिससे आग लगी। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है।
ट्रेनों का संचालन शुरू, यात्रियों को मिली राहत
बाहर से ड्यूटी पर आये रेलकर्मियों की ड्यूटी जारी है। दो मार्च तक उन्हें रोका जाएगा। अभी तक रेलवे ने रैक भी वापस नहीं किया है। इसलिए भीड़ प्रबंधन को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। ट्रेनों के संचालन के साथ सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। शुक्रवार को स्टेशनों पर सामान्य भीड़ रही। हालांकि कुछ जगहों पर भीड़ एकत्र हुई तो रेलवे ने दो स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया। महाकुम्भ के दौरान 60 से 200 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था। लखनऊ मंडल गोरखपुर-गोरखपुर कैंट स्टेशन के मध्य तीसरी लाइन के एनआई कार्य के कारण कई ट्रेनों का निरस्तीकरण और मार्ग परिवर्तन किया गया है। ट्रेन नंबर 12538-37 प्रयागराज रामबाग-मुजफ्फरपुर 14, 16, 21, 23, 28 और 30 अप्रैल को निरस्त रहेगी। 11037 पुणे-गोरखपुर 17 अप्रैल और दो मई व 11038 गोरखपुर-पुणे 19 अप्रैल और तीन मई को निरस्त रहेगी। महाकुंभ की समाप्ति के बाद भी रेलवे अलर्ट मोड पर है। सप्ताहांत पर आने वाली संभावित भीड़ के मद्देनजर रेलकर्मियों की महाकुंभ ड्यूटी दो मार्च तक बढ़ा दी गई है। जरूरत पड़ने पर रेलवे कुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर भीड़ प्रबंधन करेगा। वहीं गुरुवार देर रात प्रयागराज जंक्शन पर लगे वनवे व्यवस्था को खत्म कर दिया गया। इससे यात्रियों को बड़ी राहत मिली। शुक्रवार से प्रयागराज जंक्शन के सिटी और सिविल लाइंस, दोनों तरफ से आवागमन शुरू हो गया। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि संभावित भीड़ के मद्देनजर शनिवार और रविवार को भी रेलवे ने अपनी तैयारी की है। कई अन्य तिथियों पर भी स्टेशन खोलने का प्रयास हुआ लेकिन भीड़ के दबाव व यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इसे महाकुंभ तक बंद रखा गया। अब महाकुंभ के समापन और प्रयागराज शहर व मेला क्षेत्र में स्थिति सामान्य होने के बाद शुक्रवार की रात 12 बजे से ट्रेनों के संचालन के लिए स्टेशन खोला गया। रात 1.10 बजे बरेली एक्सप्रेस सबसे पहले रवाना हुई। इसके अलावा भोर में 4.50 बजे मनवर संगम एक्सप्रेस व 5.40 बजे गंगा गोमती भी शेड्यूल की गई। लगभग तीन सप्ताह बाद यात्रियों का आवागमन शुरू हुआ तो प्रयागराज जंक्शन प्रयाग और फाफामऊ जाकर ट्रेन में बैठने वाले लोगों को राहत मिल गई।
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।