लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बड़ी राहत: तीन फ्लाईओवर, दो फुटओवर ब्रिज बनेंगे, हादसे कम होंगे, सफर होगा आसान
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर राहत: बनेंगे 3 फ्लाईओवर, 2 फुटओवर ब्रिज
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लखनऊ-कानपुर हाईवे पर अब तीन जगह फ्लाईओवर और दो जगह फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। इससे हाईवे पर होने वाले हादसों और जाम की समस्या कम होगी। साथ ही गाड़ियों की रफ्तार भी बढ़ेगी, जिससे लोग कम समय में कानपुर पहुंच सकेंगे। दरअसल, इस हाईवे पर पांच खतरनाक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे। इनमें नवाबगंज, दही चौकी, त्रिभुवन खेड़ा, आशा खेड़ा और चमरौली शामिल हैं। इन जगहों पर बीते तीन सालों में 10 से ज्यादा सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई लोगों की जान भी गई है।
हादसों पर लगेगी लगाम
इन हादसों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने दक्षिण भारत की एक कंपनी से सर्वे कराया। सर्वे में कंपनी ने सुझाव दिया कि नवाबगंज, दही चौकी और त्रिभुवन खेड़ा पर फ्लाईओवर बनने चाहिए, जबकि आशा खेड़ा और चमरौली में एफओबी बनाए जाएं। अब एनएचएआई इन्हीं जगहों पर निर्माण कराने जा रही है। फिलहाल 95 किलोमीटर लंबे इस हाईवे पर लखनऊ से कानपुर पहुंचने में करीब तीन से साढ़े तीन घंटे लगते हैं। लेकिन फ्लाईओवर और एफओबी बनने के बाद सफर का समय घटकर दो से ढाई घंटे रह जाएगा। साथ ही जाम की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
एनएचएआई के पीडी कर्नल शरद सिंह ने बताया कि लखनऊ-कानपुर हाईवे पर हादसों को रोकने के लिए तीन फ्लाईओवर और दो फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है। इन निर्माण कार्यों से सड़क हादसे कम होंगे, सफर सुरक्षित होगा और लोगों का समय भी बचेगा।
150 करोड़ की लागत से होगा काम
700 मीटर लंबे होंगे फ्लाईओवर
नवाबगंज, दही चौकी और त्रिभुवन खेड़ा में बनने वाले फ्लाईओवर करीब 700-700 मीटर लंबे होंगे। वहीं, आशा खेड़ा और चमरौली में जो एफओबी बनाए जाएंगे, उनकी लंबाई सड़क के हिसाब से करीब 25-25 मीटर होगी। एफओबी के पास सर्विस लेन भी बनाई जाएगी ताकि पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में कोई परेशानी न हो।