राजस्थान रॉयल्स का चौंकाने वाला फैसला! क्या संजू सैमसन अब नहीं होंगे कप्तान?

दरअसल, संजू सैमसन फिलहाल उंगली की चोट से उबर रहे हैं। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोट लगी थी, जिससे उनकी उंगली में फ्रैक्चर हो गया था। इसके बाद उन्होंने एक छोटी सर्जरी कराई और उन्हें बल्लेबाजी की मंजूरी तो मिल गई है, लेकिन विकेट कीपिंग करने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है। बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की मेडिकल और खेल विज्ञान टीम चाहती है कि वह अपनी उंगली को पूरी तरह से ठीक होने के लिए और समय दें। इसी वजह से राजस्थान रॉयल्स ने यह निर्णय लिया है कि सैमसन को एक विशेषज्ञ बल्लेबाज और इंपैक्ट सब्सीट्यूट के रूप में खेलाया जाएगा, लेकिन कप्तानी की जिम्मेदारी किसी और को सौंपी जाएगी।
राजस्थान रॉयल्स ने रियान पराग को अपने शुरुआती तीन मैचों के लिए कप्तान नियुक्त किया है। 23 वर्षीय यह युवा ऑलराउंडर 23 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपना पहला मुकाबला कप्तान के रूप में खेलेगा। इसके बाद वह 26 मार्च को गत चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स और 30 मार्च को पांच बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ भी टीम की अगुवाई करेगा।
राजस्थान रॉयल्स के प्रबंधन का मानना है कि रियान पराग ने असम के कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, वह राजस्थान रॉयल्स के साथ कई सालों से जुड़े हुए हैं और उनकी टीम की गतिशीलता को समझने की क्षमता बेहतरीन है। रॉयल्स का मानना है कि रियान पराग का हालिया फॉर्म भी उनकी कप्तानी के फैसले को मजबूत बनाता है।
रियान पराग ने अब तक 70 आईपीएल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1173 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 84 नॉटआउट रहा है, औसत 24 का और स्ट्राइक रेट करीब 140 के आसपास है। लेकिन 2024 का आईपीएल सीजन उनके लिए सबसे खास रहा, जिसमें उन्होंने 16 मैचों में 52 की औसत से 573 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट लगभग 150 का रहा।
राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन का मानना है कि इस युवा खिलाड़ी में टीम की कप्तानी करने की पूरी क्षमता है। रियान पराग का चयन यह दिखाता है कि टीम प्रबंधन उन पर पूरा भरोसा कर रहा है और उनकी नेतृत्व क्षमता को सम्मानित कर रहा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या रियान पराग इस मौके को भुनाने में सफल होते हैं और अपनी कप्तानी से राजस्थान रॉयल्स को नई ऊंचाइयों तक ले जा पाते हैं या नहीं। संजू सैमसन की पूरी तरह से फिट होने के बाद वह फिर से कप्तान की भूमिका निभाएंगे, लेकिन तब तक रियान पराग को टीम का नेतृत्व करने का मौका मिल चुका होगा।
राजस्थान रॉयल्स का यह फैसला काफी साहसी और भविष्य की सोच को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अब देखना होगा कि क्या यह निर्णय टीम को फायदा पहुंचाता है या नहीं।